पंजाब में सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट, राहुल बोले- सीआरपीएफ जानती है कि सुरक्षा कैसे करनी है
नई दिल्ली, एजेंसी। भारत जोड़ो यात्रा अगले सप्ताह से दोबारा शुरु हो रही है। तीन से पांच जनवरी तक भारत जोड़ो यात्रा उत्तर प्रदेश में रहेगी। इस दौरान गाजियाबाद, बागपत, शामली और कैराना से होती हुई ये यात्रा पानीपत के रास्ते हरियाणा में प्रवेश करेगी। उसके बाद भारत जोड़ो यात्रा पंजाब में जाएगी। पंजाब में यात्रा की सुरक्षा को लेकर केंद्रीय एजेंसियां चिंतित हैं। हालांकि अभी स्थानीय और केंद्रीय स्तर पर काम कर रही इंटेलिजेंस एजेंसियां, पंजाब में यात्रा की सुरक्षा को लेकर इनपुट जुटा रही हैं। पिछले कुछ समय से पंजाब में खालिस्तान से जुड़ी गतिविधियां देखी गई हैं। पंजाब पुलिस के इंटेल मुख्यालय और थाने पर राकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड (आरपीजी) से हमला हो चुका है। कांग्रेस पार्टी ने दिल्ली में श्भारत जोड़ो यात्राश् को लेकर सुरक्षा में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। राहुल गांधी ने शनिवार को एक प्रेसवार्ता में कहा कि सीआरपीएफ जानती है कि उसे कैसे सुरक्षा करनी है।
दिल्ली में राहुल गांधी की सुरक्षा में लापरवाही के आरोप लगने के बाद सीआरपीएफ की ओर से बताया गया कि 2020 से लेकर अभी तक राहुल, 113 बार सुरक्षा नियमों का उल्लंघन कर चुके हैं। शनिवार को इस बाबत जब राहुल से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मैं भारत जोड़ो यात्रा निकाल रहा हूं। वे कहते हैं कि मैं बुलेटप्रूफ गाड़ी में बैठ जाऊं। ऐसा कैसे हो सकता है। मैं पैदल चल रहा हूं। ऐसी स्थिति के अंतर्गत मैं बुलेटप्रूफ गाड़ी में नहीं बैठ सकता। जब भाजपा नेता, बुलेटप्रूफ गाड़ी से बाहर आकर रोड शो करते हैं, पैदल चलते हैं तो उन्हें सुरक्षा एजेंसी की ओर से कोई चिट्ठी नहीं भेजी जाती। क्या उनके लिए सुरक्षा का अलग प्रोटोकल है और मेरे लिए अलग। सीआरपीएफ जानती है कि उसे कैसे सुरक्षा करनी है। कहीं न कहीं ये सब मेरे खिलाफ केस बनाने की कोशिश है।
केंद्रीय एजेंसियों से जुड़े सूत्रों ने बताया कि पंजाब में खालिस्तान की गतिविधियों को लेकर कई तरह के इनपुट मिल रहे हैं। ऐसे सवाल उठने लगे हैं कि पंजाब में दोबारा से मिलिटेंसी की आहट तो नहीं सुनाई पड़ रही। केंद्रीय जांच एजेंसी के शीर्ष अफसर यह बात मानते हैं कि पंजाब में जिस सख्ती के साथ खालिस्तान की छिटपुट घटनाओं पर एक्शन होना चाहिए, वह दिखाई नहीं पड़ रहा। अभी तो ये धुआं है, लेकिन इसके आग की लपटों में बदलने में देर नहीं लगेगी। पंजाब में उस वक्त वह जोखिम कई गुणा ज्यादा बढ़ जाता है, जब ऐसे मामलों पर सियासत की तरफ से श्मौनश् धारण करने जैसा कुछ दिखाई पड़ता है। इस तरह की घटनाओं पर नकेल कसने के लिए श्केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियोंश् को अपेक्षित सहयोग नहीं मिल पा रहा है। विश्वस्त सूत्रों ने बताया कि खालिस्तान मूवमेंट या आतंकवादी घटना, ये तभी फल फूल सकती हैं, जब इन्हें किसी भी तरह से कम या ज्यादा राजनीतिक समर्थन हासिल होता है।
भारत जोड़ो यात्रा, पंजाब में जनवरी के दूसरे सप्ताह में प्रवेश कर सकती है। वहां से यह यात्रा कश्मीर तक पहुंचेगी। खालिस्तान की बढ़ती घटनाओं और सिख फर जस्टिस (एसएफजे) के संस्थापक गुरपतवंत सिंह पन्नू के बयानों के मद्देनजर, सुरक्षा एजेंसियों को अतिरिक्त सतर्कता बरतनी पड़ रही है। प्रतिबंधित खालिस्तान समर्थक श्एसएफजेश् ने धमकी जारी की है कि पंजाब में भारत जोड़ो यात्रा को रोक दिया जाएगा। उसने यात्रा को रोकने के लिए एक वीडियो भी जारी किया है। गुरपतवंत सिंह पन्नू के संगठन की ओर से दीवारों पर राहुल गांधी और इंदिरा गांधी को लेकर आपत्तिजनक नारे लिखे गए हैं। सिख प्रचारक एवं जरनैल सिंह भिंडरांवाले का समर्थक अमृपाल सिंह संधू, खुलेआम खालिस्तान का समर्थन कर रहा है। श्वारिस पंजाब देश् संगठन के जरिए अमृतपाल सिंह कहता है, वह हर उस इंसान के साथ हैं जो खालिस्तान का समर्थन करता है। गुरपतवंत सिंह पन्नू के बारे में संधू ने कहा, सरकार किसी को भी आतंकी या साधु घोषित कर देती है। आज भी सब पंजाबी गुलाम हैं। जो लोग सोचते हैं कि हम आजाद हैं, उन्हें डक्टर से सलाह लेनी चाहिए। इस तरह की बातें करने वाले संधू को लेकर पंजाब सरकार चुप है।
इसी सप्ताह आए इंटेल के एक नए इनपुट ने भी सुरक्षा एजेंसियों की चिंता बढ़ा दी है। इसमें कहा गया है कि पंजाब में पुलिस थानों पर आतंकी हमला हो सकता है। पाकिस्तान की तरफ से हथियार और ड्रग लेकर आने वाले ड्रोन की संख्या बढ़ गई है। शिव सेना नेता की पुलिस की मौजूद्गी में दिन दहाड़े हत्या हो जाती है। पाकिस्तानी आईएसआई और आतंकी संगठन, पंजाब में माहौल बिगाड़ने की साजिश रच रहे हैं। इन सबके बीच, भारत जोड़ो यात्रा निकल रही है। सुरक्षा एजेंसियां, उन रास्तों का सर्वे कर रही हैं, जहां से राहुल गांधी गुजरेंगे। कोई भी ड्रोन, भारत जोड़ो यात्रा के पास न आने पाए, इसके लिए विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं। अगर रास्ते में कोई ऊंचाई वाली बिल्डिंग है तो वह सुरक्षा कर्मियों की नजर में रहे, इस बाबत काम हो रहा है। सीआरपीएफ द्वारा भी राहुल गांधी का सुरक्षा घेरा और ज्यादा मजबूत किया जा रहा है। केंद्रीय एजेंसियों के अलावा पंजाब पुलिस की कई टीमें, यात्रा की पुख्ता सुरक्षा करने के लिए रणनीति तैयार कर रही हैं।