सात दिनों का अलर्ट: हिमाचल में बादल फटने और भूस्खलन की आशंका; पर्यटकों के लिए पुलिस ने जारी की एडवाइजरी
शिमला, एजेंसी। हिमाचल में मानसून तबाही लेकर आया है। रविवार और सोमवार को कई जिलों में भारी बारिश हुई। बारिश के चलते पहाड़ों में कई जगह भूस्खलन भी हुआ। आगामी सात दिनों के लिए मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है।
भारी वर्षा, बादल फटने और भूस्खलन की आशंका है। प्रदेश पुलिस ने मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मद्देनजर पर्यटकों और स्थानीय लोगों के लिए विशेष एजवाइजरी (ऌ्रेूंँं’ ळ१ं५ी’ अ५्रि२ङ्म१८) भी जारी कर दी है।
इस एडवाइजरी में कहा गया है कि बादल फटने और भूस्खलन के कारण प्रदेश में दुर्घटना की संभावना है। ऐसे में बहुमूल्य जीवन और संपत्ति को बचाने के लिए अनावश्यक यात्रा न करने की सलाह दी है। इसके साथ ही कहीं पर जाने से पूर्व वहां की स्थिति और प्रशासन की सलाह का पालन करने को कहा गया है।
ये है पुलिस की एडवाइजरी-
1. भारी बारिश की आशंका को देखते हुए जनता को इससे बचने की सलाह दी जाती है। अनावश्यक यात्रा न करें और मौसम की स्थिति का पता लगाएं
2. नदियों व नालों से सटे शिविर व स्थलों पर जाने से बचें और भूस्खलन संभावित क्षेत्र में टेंट आदि न लगाएं
3. अपने निवास स्थान और उसके आस-पास सभी आवश्यक सावधानियां बरतें
4. बरसात के मौसम में किसी भी जल क्रीड़ा राफ्टिंग व अन्य गतिविधियों आदि में शामिल होने से बचें
5. यात्रियों और आम जनता को सलाह दी जाती है कि नदी के किनारे और भूस्खलन की संभावना वाले क्षेत्रों में जाने से बचें
6. सार्वजनिक परिवहनकर्ताओं को सलाह दी जाती है कि वे सावधानी से वाहन चलाएं और भूस्खलन संभावित क्षेत्रों में अनावश्यक न रुकें
7. किसी भी संकट की स्थिति में आपातकालीन नंबर 112 या 1077 डायल करें और संपर्क करें
राज्य पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष आरएस बाली ने मानसून की भारी वर्षा को देखते हुए प्रदेश में आने वाले पर्यटकों को सुरक्षित यात्रा करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में भारी वर्षा हो रही है, ऐसे में पर्यटकों को सुरक्षित यात्रा को दृष्टिगत रखना होगा।
पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन विभाग की ओर से पर्यटकों के लिए जारी सलाह में कहा गया है कि पिछले चौबीस घंटों के दौरान राज्य में बहुत भारी वर्षा हुई। जिसके चलते कई पर्यटन स्थलों को जोड़ने वाली सड़कों पर भूस्खलन हुआ है। परिणामस्वरूप बड़ी संख्या में सड़क मार्ग अवरुद्ध रहे हैं। प्रदेश में आने से पहले पर्यटकों को राज्य आपदा प्रबंधन की वेबसाइट को देखने की सलाह दी गई है। इस वेबसाइट पर हर तरह की जानकारी उपलब्ध होने से पर्यटकों को यात्रा करने में मदद प्राप्त होगी।
एडवाइजरी में कहा गया है कि राज्य में आए पर्यटकों को नदियों, नालों, खड्डों के निकट जाने से सावधान रहना होगा। वर्षा के कारण पहाड़ों से पत्थर गिरने की संभावना रहती है और भूस्खलन की भी। ये भी सलाह दी गई है कि पर्यटक पहले से ही सड़क की स्थिति के बारे में जानकारी एकत्र कर लें।
हिमाचल के पीडब्ल्यूडी मंत्री विक्रमादित्य सिंह का कहना है कि इस बार हमारे मुख्यमंत्री के नेतृत्व में हम सभी परिस्थितियों के लिए अच्छी तरह से तैयार हैं। राज्य के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। लगभग 301 सड़कें प्रभावित हुई हैं, 70 मशीनरी तैनात की गई हैं और काम युद्ध स्तर पर चल रहा है।
उन्होंने कहा कि आज शाम तक 180 सड़कें बहाल कर दी जाएंगी और शेष सड़कें भी आने वाले दिनों में बहाल कर दी जाएंगी। लगभग 350 संवेदनशील स्थानों पर निवारक उपाय किए जाएंगे, जहां मानसून के दौरान भूस्खलन होता है। ढहऊ मंत्री ने कहा, “मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे इस मौसम में अपने घरों से बाहर न निकलें।”