सिफन कोर्ट के बेघरों ने दिया शहीद स्थल पर धरना
मसूरी। मसूरी गोली कांड की बरसी के दौरान सिफन कोर्ट बेघर लोग एवं अनुसूचित जाति संघर्ष समिति के तत्वाधान में लोग शहीद स्थल पर पहुंच गए। वहां आंदोलनकारी शहीदों को श्रद्धांजलि देने के बाद धरना दिया। जिन्हें हटाने के लिए पुलिस प्रशासन को कड़ी मेहनत करनी पड़ी लेकिन वह नहीं माने। बाद में शहीद स्मारक समिति के अनुरोध पर वह मंच से हटे। हालांकि, शहीद स्थल पर ही बैठे। पुलिस और प्रशासन ने अंत तक उन्हें हटाने का प्रयास किया लेकिन उन्हें हटा नही पाये। लेकिन मुख्यमंत्री को काले झंडे न दिखाने का भरोसा दिलाने के बाद प्रशासन शांत हो गया। मुख्यमंत्री के आने पर आंदोलन के संयोजक प्रदीप भंडारी ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन पढ़कर सुनाया और समस्या के समाधान करने की मांग की। जिस पर मुख्यमंत्री ने उन्हें भरोसा दिलाया कि उनकी मांग जायज है यह मामला विधानसभा में भी उठाया गया वह शीघ्र इसका समाधान करेंगे व कहा कि रोपवे तब बनेगा जब सिफन कोर्ट के बेघरों की समस्या का समाधान हो जाएगा। इस मौके पर प्रदीप भंडारी, संजय टम्टा, कमल भंडारी, गूंज संस्था की अध्यक्ष डा. सोनिया आनंद, उक्रांद, की प्रमिला रावत, एटक अध्यक्ष आरपी बडोनी, राज्य आंदोलनकारी पूरण जुयाल, मनीष गौनियाल, कांग्रेस अध्यक्ष गौरव अग्रवाल आदि थे।