शिक्षकों ने दोहरे मापदंड अपनाने का लगाया आरोप
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। राजकीय शिक्षक संघ मान्यता प्राप्त संगठन होने पर भी शैक्षिक उन्नयन गोष्ठियों एवं अधिवेशनों हेतु अवकाश न दिए जाने से शिक्षक नाराज है। शिक्षक संघ के सदस्यों ने कहा कि पूर्व में शासनादेशों के क्रम में शिक्षकों के लिए अपने कार्यक्रमों के संचालन हेतु नियमानुसार अवकाश देय है, परंतु वर्तमान समय में केवल राजकीय माध्यमिक शिक्षकों को अवकाश नहीं दिया जा रहा है जबकि उच्च शिक्षा व अन्य विभागों में लगातार अवकाश दिया जा रहा है,।
राजकीय शिक्षक संघ ब्लॉक शाखा दुगड्डा के अध्यक्ष अब्बल सिंह रावत की अध्यक्षता में संगठन कार्यालय कोटद्वार में बैठक आयोजित की गई। बैठक में वक्ताओं ने केवल राजकीय माध्यमिक विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों को शैक्षिक उन्नयन गोष्ठियों एवं अधिवेशन हेतु विभाग द्वारा अवकाश न दिए जाने पर गहरा रोष व्यक्त किया। इस अवसर पर जिला मंत्री मनमोहन सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश के सभी मान्यता प्राप्त संगठनों के अपने संविधान के अनुसार विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाने हेतु शासनादेशों के अनुरूप अवकाश दिए हैं तथा विभाग द्वारा समय-समय पर अवकाश दिया भी जा रहा है, परंतु प्रदेश में सबसे बड़े संगठन राजकीय माध्यमिक शिक्षक संघ को शैक्षिक उन्नयन गोष्ठियों एवं अधिवेशन हेतु अवकाश नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने शिक्षकों के साथ दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाया है। कोरोना संक्रमण काल के समय से तथा नवंबर माह से शिक्षक लगातार विद्यालयों में शिक्षण कार्य कर रहे हैं। सरकार व विभागीय अधिकारियों का कहना है कि शिक्षकों को 1 दिन का अवकाश दिए जाने से छात्रों की पढ़ाई का नुकसान होगा, जो कि उचित नहीं है, क्योंकि शिक्षक मेहनत व ईमानदारी से लगातार अपने दायित्वों का निर्वहन कर रहे हैं। इस संबंध में लगातार संगठन द्वारा जनप्रतिनिधियों व विभागीय अधिकारियों को लिखित रूप में गोष्ठियों हेतु अवकाश दिए जाने की मांग की गई, लेकिन सरकार द्वारा विभागीय अधिकारियों को शिक्षकों को अवकाश न दिए जाने के निर्देश दिए जा रहे हैं। जिससे शिक्षकों में आक्रोश व्याप्त है। बैठक में मनमोहन सिंह चौहान, मुकेश रावत, राजेन्द्र भंडारी, डबल सिंह रावत, रतन बिष्ट, पीएल बडोला, धीरेन्द्र रावत, परितोष रावत, आशीष खर्कवाल, विजेन्द्र तोमर, पंकज ध्यानी, संजय रावत, रविन्द्र, जगदीश जोशी, महेश कुकरेती, विनोद पंत, कविन्द्र उनियाल, अमित बलूनी, नरेन्द्र रावत, रतन सिंह रावत आदि उपस्थित थे।