स्थाई राजधानी की मांग को गैरसैंण रवाना हुआ साझा मंच
बागेश्वर। स्थाई राजधानी की मांग को लेकर गांधी जयंती के मौके पर उत्तराखंड साझा मंच के कार्यकर्ताओं ने गैरसैंण कूच किया। रवानगी पर उन्होंने प्रदेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर नारेबाजी की। प्रदेश सरकार पर जनता को छलने का आरोप लगाया। कार्यकर्ताओं ने गैरसैंण को पूर्ण राजधानी का दर्जा देने तक संघर्ष जारी रखने का ऐलान किया। मांग पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन की भी चेतावनी दी। शुक्रवार को गांधी जयंती पर उत्तराखंड साझा मंच में तहसील रोड पर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की मांग तो पूरी हो गई लेकिन उसकी अवधारणा मूर्त रूप नहीं ले पाई है। यह तभी होगा जब गैरसैण राजधानी बनेगी। राज्य बनने के बाद कांग्रेस-भाजपा ने बारी-बारी राज किया। लेकिन उन्होंने आज तक गैरसैंण राजधानी को लेकर कोई सार्थक पहल नहीं की। हमेशा जनभावनाओं के साथ खिलवाड़ किया। आज राज्य बनने के दो दशक बाद भी स्थाई राजधानी के लिए हम तरस रहे हैं। सरकार देहरादून से आगे जाना ही नहीं चाहती है। उसे वहीं ऐशों आराम करना है। उन्होंने कहा कि साझा मंच गांधी जयंती के दिन गैरसैण कूच करता है। कहा अगर इस बार भी सरकार उपेक्षा करती है तो फिर आंदोलन के लिए बाध्य होना पड़ेगा। इस मौके पर उन्होंने सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर गैरसैंण को कूच किया। जहां मंच के कार्यकर्ता राजधानी की मांग को लेकर सरकार के खिलाफ कार्यक्रम करेंगे। इस मौके पर जिला बार संघ अध्यक्ष गोविंद सिंह भंडारी, त्रिलोक सिंह, मथुरा दत्त पांडे, लक्ष्मण गिरी, डीआर आर्या, डूंगर सिंह नेगी, गोपाल दत्त कांडपाल, कमल पांडे, महेश जोशी आदि मौजूद रहे।