पीसीपीएनडीटी ऐक्ट का कड़ाई से पालन करें: डीएम
चमोली। कन्या भ्रूण हत्या रोकने और लिंगानुपात को व्यवस्थित रखने के लिए शासन-प्रशासन की कड़ी नजर रहेगी। इसके लिए सभी सतर्कता रखी जा रही हैं। जिलाधिकारी ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की बैठक में कहा कि जिन केंद्रों में गर्भवती महिलाओं द्वारा अल्ट्रासाउंड कराने के बाद प्रसव कम हो रहे हैं। ऐसे मामलों की गहनता से जांच की जाय। दूरस्थ क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं के लिए प्रसव से पूर्व अस्पताल के आस-पास रहने की व्यवस्था सुनिश्चित हो। पीसीपीएनडीटी ऐक्ट का कड़ाई से पालन होना चाहिए। डीएम हिमांशु खुराना ने मंगलवार को क्लक्ट्रेट सभागार में स्वास्थ्य विभाग की बैठक लेते हुए राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत संचालित विभिन्न कार्यक्रमों की समीक्षा की। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को एनएचएम के अन्तर्गत संचालित स्वास्थ्य योजनाओं का बेहतर तरीके से क्रियान्वयन करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने गर्भवती महिलाओं के सुरक्षित प्रसव हेतु लोगों को जागरूक कर शत प्रतिशत संस्थागत प्रसव कराने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि मातृ एवं शिशु कल्याण कार्यक्रम के तहत गर्भवती महिलाओं में खून की कमी या अन्य समस्याओं को रोकथाम के लिए उचित कदम उठाए जाए। बैठक में अपर जिलाधिकारी डा़ अभिषेक त्रिपाठी, सीएमओ डा़ राजीव शर्मा, एससीएमओ डा़उमा रावत, एसीएमओ डा़एमएस खाती, एसीएमओ डा़बीपी सिंह, वरिष्ट स्त्री रोग विशेषज्ञ डा़उमा रानी शर्मा आदि मौजूद थे।