छात्रसंघ चुनाव की मांग को लेकर छात्र संगठनों का प्रदर्शन जारी रहा
श्रीनगर गढ़वाल। हेवमती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केन्द्रीय विवि में छात्रसंघ चुनाव कराए जाने की मांग को लेकर लामबंद हुए छात्र संगठनों ने शनिवार को भी प्रशासनिक भवन में डेरा डाले रखा। छात्रों ने विवि के मुख्य गेट पर टैंट लगाकर कर्मचारियों व अधिकारियों को अपने कार्यालयों में नहीं जाने दिया। जिससे विवि में कामकाज तीसरे दिन भी ठप रहा। इधर विवि में कामकाज न होने से विवि में डिग्री, मार्केसीट, माइग्रेशन व अन्य जरूरी कार्यों से पहुंचे लोगों को निराश होकर बैरंग वापस लौटना पड़ा। आंदोलित छात्रों ने कहा कि जब तक उनकी मांग पर अमल नहीं हुआ वह विवि को पूरी तरह से बंद रखेंगे।
छात्रसंघ चुनाव को लेकर विवि प्रशासन द्वारा कोई निर्णय न लिये जाने पर विवि में एबीवीपी, जय हो संगठन, आर्यन, आइसा, छात्रम अन्य संगठन विगत तीन दिनों से दिन-रात के आंदोलन पर डटे हुए हैं। वहीं इस आंदोलन में छात्र संगठनों को आम छात्रों का भी समर्थन मिल रहा है। जिससे विवि में पठन-पाठन भी बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है। छात्रों के आक्रोश को देखते हुए धरना स्थल पर पहुंचे नियंता मंडल व विवि के कुलसचिव डा.अजय खंडूड़ी ने छात्रों को समझाने की काफी कोशिश की लेकिन छात्र अपनी मांग पर अडिग रहे। छात्रों ने कहा कि जब तक कुलपति धरना स्थल पर आकर उनसे वार्ता नहीं करती है और मांग पर सकारात्मक निर्णय नहीं लिया जाता है वह धरना समाप्त करने वाले नहीं हैं। कुलसचिव द्वारा कुलपति प्रो़ अन्नपूर्णा नौटियाल को छात्रों की मांग से अवगत कराने पर कुलपति स्वयं धरना स्थल पर पहुंची। उन्होंने छात्रों को अपनी ओर से छात्र संघ चुनाव को लेकर आश्वस्त करते हुए धरना समाप्त करने की अपील की, लेकिन आंदोलित छात्रों ने 30 नवंबर को होने वाली ईसी की बैठक में इस मामले में सकारात्मक निर्णय होने के बाद ही आंदोलन समाप्त करने की बात कही।
छात्रसंघ चुनाव इस साल नहीं, अगले साल के लिए होगा निर्णयरू कुलपति
छात्रों की मांग पर धरना स्थल पर पहुंची कुलपति प्रो़ अन्नपूर्णा नौटियाला ने साफ शब्दों में कहा कि कोविड गाइड लाइन एवं एडमिशन प्रक्रिया पूर्ण ना होने के कारण इस साल छात्रसंघ चुनाव नहीं हो सकते हैं, अगले साल के लिए इस संदर्भ में निर्णय लिया जाएगा। जबकि ईसी की बैठक में छात्रों के प्रस्ताव रखे जाने की बात कही। छात्रों ने कुलपति को ईसी की बैठक में छात्रसंघ चुनाव का प्रस्ताव पास होने के बाद ही आंदोलन समाप्त करने का निर्णय लिया। ईसी की बैठक 30 नवम्बर को होनी तय हुई है। बता दें कि 1 दिसम्बर को देश के शिक्षा मंत्री धमेन्द्र प्रधान गढ़वाल विवि के दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि हैं। विवि प्रशासन नहीं चाहता है कि दीक्षांत समारोह पर छात्र आंदोलन का प्रभाव पड़े। इसको देखते हुए कुलपति ने छात्रों से आंदोलन वापस लेने की अपील की। किंतु कुलपति की अपील को छात्रों ने ठुकरा दी।