बच्चों के शारीरिक और मानिसक विकास के लिए समर कैंप का आयोजन जरूरी
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। जयहरीखाल ब्लॉक के विद्यार्थियों के लिए आयोजित तेरह दिवसीय समर कैंप के पांचवें दिन मुख्य अतिथि ब्लॉक प्रमुख जयहरीखाल दीपक भंडारी ने कहा कि बच्चों में अभिनय क्षमता बढ़ाने के साथ ही उनके शारीरिक और मानसिक विकास के लिए समर कैंप का आयोजन जरूरी है। गर्मी की छुट्टियों में समर कैंप बच्चों की स्किल डेवलप करने के लिए काफी फायदेमंद है। यही वजह है कि अब धीरे-धीरे समर कैंप का ट्रेंड बढ़ता जा रहा है। समर कैम्प के दौरान आदिति, रिया, मीनाक्षी, आदित्यराज सिमरन, पावनी, पलक, मंदीप, साक्षी, स्मृति, अंशिका, महक, अक्षरा, शिवानी द्वारा भेजी गई रचनाओं और कृतियों को सराहा गया।
मंगलवार को समर कैंप का शुभारंभ ब्लॉक प्रमुख जयहरीखाल दीपक भंडारी, प्राचार्य डाइट पौड़ी डॉ. महावीर सिंह कलेठा, प्रवक्ता डाइट पौड़ी डॉ. नारायण प्रसाद उनियाल, खंड शिक्षा अधिकारी जयहरीखाल सुमेर सिंह कैंतुरा, डॉ. संजय नौटियाल ने किया। मुख्य अतिथि दीपक भंडारी ने इस तरह से विद्यार्थियों को दी जाने वाली शिक्षा को गांधी के शिक्षा दर्शन से जोड़ते हुए कहा कि यह समर कैम्प, गांधी के शिक्षा दर्शन के उद्देश्यों पर सौ फीसदी खरा उतर रहा है। उन्होंने एनसीईआरटी की डायरेक्टर, जनपद पौड़ी गढ़वाल के शिक्षा अधिकारी, डाइट चड़ीगांव पौड़ी गढ़वाल के प्राचार्य का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि यह सौभाग्य की बात है कि समर कैंप के लिए जयहरीखाल ब्लॉक का चयन किया गया। इस अवसर पर मनोज रावत ने उज्जायी प्राणायाम व सोमपाल ने शीर्षासन और सर्वागासन का अभ्यास कराया। कहानी थीम में सुबोध काला ने मंगल का कारनामा नामक कहानी का वाचन किया। सुलेख थीम में श्रीमती उषा सागर ने बच्चों को हलन्त, विसर्ग तथा अनुस्वार के बारे में बताया। चित्रकारी थीम में जयप्रकाश भारती ने प्राकृतिक दृश्य, रेसिपी थीम में श्रीमती अनीता गुसाईं द्वारा कच्चे केले से पकोड़े, कबाड़ से जुगाड़ वाले सत्र में श्रीमती निर्मला रौतेला ने पुराने अखबार से थैलियां बनाना सिखाया। लोकगीत/संगीत कार्यक्रम के अंतर्गत श्रीमती रिद्धि भट्ट, रघुनाथ गुसाईं की टीम ने बच्चों के साथ विभिन्न सांस्कृतिक गतिविधियां की। इस मौके पर मोहन सिंह गुसांई, सूरज मोहन रावत, विपिन वर्मा, राजीव थपलियाल, जसपाल असवाल आदि मौजूद थे।