Uncategorized

सीरिया : बीते एक दशक से तबाह होते ‘सीरिया’ में नहीं दिख रहा कोई सुधार, अब नई अंतरराष्ट्रीय वार्ता चाहता है संयुक्त राष्ट्र

Spread the love
Backup_of_Backup_of_add

सीरिया में दस वर्ष से चल रहे संघर्ष को समाप्त करने की दिशा में कोई प्रगति नहीं हो रही है. इस पर पश्चिमी एशियाई देश के लिए संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत ने कैदियों की अदला-बदली और देशव्यापी संघर्ष विराम जैसे ठोस कदमों पर नए दौर की अंतरराष्ट्रीय वार्ता शुरू करने का आह्वान किया है। गियर पेडेरसेन ने शुक्रवार को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद से कहा कि इस कदम से ‘आंतरिक और क्षेत्रीय स्थिरता को बढ़ावा मिलेगा और विश्वास बनेगा.’
पेडेरसेन ने कहा, ‘यह आसान नहीं होगा.’ साथ ही उन्होंने कहा कि उन्हें लगता है कि सभी अहम पक्षों की बातचीत को आगे ले जाने में दिलचस्पी है और इसलिए ‘हमें सीरिया पर नए सार्थक अंतरराष्ट्रीय संवाद की आवश्यकता है.’ उन्होंने कहा कि वह रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के बीच इस महीने हुई बैठक से पहले और उसके बाद से सीरिया के करीबी सहयोगी रूस और विपक्ष को समर्थन देने वाले अमेरिका के वरिष्ठ अधिकारियों के नियमित संपर्क में हैं
विदेश मंत्रियों से बात करेंगे पेडेरसेन
उन्होंने कहा कि वह 15 देशों वाली सुरक्षा परिषद और क्षेत्र के अहम देशों के साथ भी नियमित संपर्क में हैं. पेडेरसेन ने कहा कि वह इटली और संयुक्त राष्ट्र द्वारा सीरिया पर बुलाई बैठक में विदेश मंत्रियों से बात करने रोम जाएंगे और फौरन बाद मॉस्को रवाना होंगे। उनकी सीरिया में संघर्ष खत्म करने के लिए और ईरान के नेताओं से भी बात करने की योजना है. यह पूछने पर कि नया अंतरराष्ट्रीय संवाद कब तक शुरू हो सकता है, इस पर उन्होंने कहा, ‘मुझे उम्मीद है कि हम बहुत ज्यादा हफ्तों की बात नहीं कर रहे हैं.’
बीते महीने हुए थे राष्ट्रपति चुनाव
इस देश में बीते महीने ही राष्ट्रपति चुनाव हुए थे, जिसमें बशर अल असद 95 फीसदी से ज्यादा वोट के साथ जीत गए हैं. असद बीते 21 साल से सत्ता में बैठे हुए हैं. उन्हें ये सत्ता अपने पिता हाफिज अल-असद से विरासत में मिली है. चुनाव के समय बशर अल असद बेशक लोकतंत्र की बातें करते हैं लेकिन 2011 की अरब स्प्रिंग के बाद से ये देश तबाह होता जा रहा है. जिसके कारण अब तक करीब पांच लाख लोगों की मौत हो गई है. जबकि बड़ी संख्या में लोग अपनी जान बचाने के लिए दूसरे देशों की ओर भागे हैं.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!