उत्तराखंड

27सितंबर से काली पटघ्टी बांधकर स्कूल आएंगे शिक्षक

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देहरादून। वर्षों से लंबित समस्याओं का समाधान न होने से नाराज शिक्षक आंदोलन के लिए अड़ गए हैं। आंदोलन के पहले चरण में 27 सितंबर को माध्यमिक शिक्षक बांह पर काली पट्टी बांधकर स्कूल आएंगे। इसके बाद आठ अक्टूबर से आंदोलन तेज करते हुए 30 अक्टूबर तक ब्लक से प्रदेश मुख्यालय तक धरना-प्रदर्शन, रैलियां निकाली जाएंगी। 27 सितंबर से शुरू होने जा रहे चरणबद्घ आंदोलन के लिए राजकीय शिक्षक संघ ने ब्लक से लेकर प्रदेश स्तर तक सभी पदाधिकारियों को दिशानिर्देश जारी कर दिए। आठ अक्टूबर का देहरादून में सरकार जागरण रैली निकाली जाएगी। जिला मुख्यालयों पर शिक्षक विरोध प्रदर्शन भी किया जाएगा। संघ अध्यक्ष राम सिंह चौहान और प्रदेश महामंत्री रमेश चंद्र पैन्यूली ने कहा कि सभी पदाधिकारी और शिक्षकों को आंदोलन की तैयारी को अंतिम रूप देने के निर्देश दिए हैं। 27 सितंबर को प्रदेश के सभी माध्यमिक शिक्षक बांह पर काली पट्टी बांधकर स्कूल आएंगे। चौहान ने बताया कि 16 अक्टूबर को सभी जिलों में ब्लक व जिला मुख्यालयों पर एक दिवसीय धरना दिया जाएगा। यह आंदोलन 30 अक्टूबर तक चरणबद्घ तरीके से चलेगा। तीस अक्टूबर को शिक्षा निदेशालय में धरने के दिन ही आगे की रणनीति की घोषणा कर दी जाएगी। चौहान और पैन्यूली का कहना है कि विभागीय अधिकारी लगातार गलत जानकारियां देकर विभागीय मंत्री, सचिव,डीजी आदि आला अफसरों को गुमराह कर रहे हैं। इससे होते होते काम बेवजह लटक रहे हैं। चार अगस्त को शिक्षा मंत्री ने कई मांगों पर कार्रवाई का वादा किया था, लेकिन अधिकारियों ने उन पर भी कई अड़चनें लगा दीं है। यात्रावकाश के आदेश पर वित्त विभाग ने ही आपत्ति लगा दी है। अब शिक्षक बर्दास्त नहीं करेंगे।
दूसरी तरफ, शिक्षा मंत्री ड़ धन सिंह रावत शिक्षकों की लंबित मांगों पर कार्यवाही के लिए अधिकारियों को निर्देश दे चुके हैं। उनका कहना है कि जो समस्याएं कई वर्षों से लंबित हैं, उनका भी वो समाधान तलाश रहे हैं। अधिकांश मांगों पर कार्यवाही आगे बढ़ चुकी है।
प्रमुख मांगे शिक्षकों कीरू
– प्रवक्ता, हेडमास्टर और प्रधानाचार्य पदों पर तत्काल प्रमोशन।
– 5400 ग्रेड पे वाले शिक्षकों को राजपत्रित अधिकारी का दर्जा।
– तबादलों की विसंगतियों को तत्काल हल कर राहत दी जाए।
– वर्ष 2005 से पहले की विज्ञप्ति से चयनित शिक्षकों को पुरानी पेंशन का लाभ।
– शिक्षक शिक्षा संवर्ग की नियमावली बनाकर शीघ्र गठन किया जाएगा।
– सभी शिक्षकों को चयन-प्रोन्नत वेतनमान पर एक इंक्रीमेंट के लाभ।
– वरिष्ठ एवं कनिष्ठ शिक्षकों की वेतन विसंगति को दूर किया जाए।
– माता-पिता के निधन पर शिक्षक को 15 दिन का विशेष पितृ अवकाश।

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