टिहरी विस्थापितों का एमडीडीए दफ्तर पर प्रदर्शन
ऋ षिकेश। पशुलोक विस्थापित क्षेत्र में बहुमंजिला इमारतों को अवैध निर्माण बताते देते हुए टिहरी विस्थापितों ने एमडीडीए दफ्तर पर प्रदर्शन किया। चेताया कि जल्द उचित कार्रवाई नहीं हुई तो दफ्तर में तालाबंदी और अधिकारियों को बंधक बनाने को मजबूर होंगे। मंगलवार को विस्थापित जन कल्याण समिति पशुलोक ऋषिकेश के बैनर तले विस्थापित देहरादून रोड पर ऋषिलोक कॉलोनी स्थित मसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण दफ्तर में पहुंचे। यहां उन्होंने पशुलोक विस्थापित क्षेत्र में अवैध निर्माण के खिलाफ हुंकार भरी। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि विस्थापित क्षेत्र में हाईकोर्ट के स्टे के बावजूद कायदे कानून को ताक पर रखकर अवैध निर्माण हो रहे हैं। धड़ल्ले से बहुमंजिला इमारतें बनने से आवासीय मकानों की धूप-हवा बंद हो गई। भूकंप में बहुमंजिला इमारतों के गिरने का भी खतरा है, जिससे बड़ी जनहानि हो सकती है। आरोप लगाया कि अवैध निर्माण प्राधिकरण की मिलीभगत से हो रहा है। फ्लैट संस्कृति पनपने से पर्यावरण पर भी दुष्प्रभाव पड़ रहा है। प्रदर्शनकारियों ने प्राधिकरण से अवैध निर्माण पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने की मांग की है। जल्द कार्रवाई नहीं होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है। प्रदर्शन में पूर्व प्रधान हरि सिंह भंडारी, जगदंबा सेमवाल, मनीष मैठाणी, प्रवीन थपलियाल, आशीष मैठाणी आदि शामिल रहे।
अफसर नदारद मिलने पर रोष: पशुलोक विस्थापित क्षेत्र में धड़ल्ले से बन रही बहुमंजिला इमारतों के विरोध में एमडीडीए दफ्तर पहुंचे विस्थापितों का गुस्सा उस समय भड़क गया जब दफ्तर में कोई जिम्मेदार अधिकारी नहीं मिला। विस्थापितों ने प्राधिकरण के खिलाफ कड़ा आक्रोश जताया।