उपनल कर्मियों की हड़ताल के चलते चरमराई स्वास्थ्य सेवाएं
विकासनगर। उपनल संविदा कर्मियों के कार्य बहिष्कार के चलते दूसरे दिन भी उप जिला चिकित्सालय में ओपीडी समेत इंडोर वार्ड, आपातकालीन सेवाएं प्रभावित रहीं। दूसरे दिन भी उपनल संविदा कर्मियों ने देहरादून में चल रहे धरना-प्रदर्शन में भाग लिया। जिसके चलते अस्पताल की एंबुलेंस के पहिए भी जाम रहे। हालांकि मंगलवार को कर्मचारियों के हड़ताल की जानकारी होने से ओपीडी में उपचार के लिए कम मरीज पहुंचे। समान कार्य समान वेतन और नियमितीकरण की मांग को लेकर विभिन्न विभागों के उपनल संविदा कर्मियों ने दो दिवसीय कार्य बहिष्कार किया हुआ है। पछुवादून के सबसे बड़े स्वास्थ्य केंद्र उप जिला चिकित्सालय में ओपीडी से लेकर विभिन्न विभागों में 23 उपनल संविदा कर्मी तैनात हैं। कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार के कारण अस्पताल प्रबंधन को मंगलवार को होने वाले ऑपरेशन स्थगित करने पड़े। इसके साथ ही एंबुलेंस सेवा भी बाधित रही। हालांकि दूसरे दिन कोविड-19 के तहत अस्पताल प्रबंधन ने पर्याप्त कर्मचारियों की तैनाती कर दी थी, जिससे टीकाकरण और जांच प्रभावित नहीं हुई। बावजूद इसके दवा काउंटर पर मंगलवार को भी दवाई लेने के लिए मरीजों को देर तक इंतजार करना पड़ा।
प्रशासनिक कार्य भी हुए प्रभावित: अस्पताल के मुख्य कार्यालय में भी उपनल कर्मी तैनात हैं, जिन्हें कई जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं। ऐसे में दो दिनों से अस्पताल के प्रशासनिक कार्य भी प्रभावित हुए। जबकि आयुष्मान योजना के तहत दो दिनों से एक भी कार्ड नहीं बन पाया है।
उपनल कर्मियों की हड़ताल से अस्पताल की व्यवस्थाएं प्रभावित हुई हैं। रात्रिकालीन आपातकाल सेवा के तहत अतिरिक्त चिकित्सक और पैरा मेडिकल कर्मी तैनात किए जा रहे हैं, जिससे मरीजों को परेशानी न हो। -डा. विजय सिंह, वरिष्ठ चिकित्सक उप जिला चिकित्सालय
ऊर्जा निगम कर्मी हड़ताल से रहे दूर: विद्युत वितरण खंड कार्यालय विकासनगर में 48 उपनल संविदा कर्मी तैनात हैं। कार्यालय में काम करने वाले उपनल कर्मी महावीर सिंह, वरदेश्वर, ललित, विपिन ने बताया कि दो दिवसीय आंदोलन को नैतिक समर्थन दिया गया है। लेकिन कार्य बहिष्कार नहीं किया गया। सरकार की ओर से सकारात्मक कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की रणनीति तैयार की जाएगी।