अयोध्या विवाद : जस्टिस बोबडे ने जताई थी शाहरुख खान से मध्यस्थता की मंशा, तैयार थे बलीवुड के नायक
नई दिल्ली, एजेंसी। सुप्रीम कोर्ट के 47 वें प्रधान न्यायाधीश के पद से जस्टिस एसए बोबडे शुक्रवार को रिटायर हो गए। इस मौके पर उन्होंने कहा कि वह प्रसन्नता, सद्भाव और बहुत अच्छी यादों के साथ विदा ले रहे हैं। उन्हें इस बात का संतोष है कि उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ काम किया है। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट में बतौर जज अपने कार्यकाल के दौरानअयोध्या के राम जन्म भूमि विवाद का ऐतिहासिक फैसला दिया।
जस्टिस बोबडे की विदाई के मौके पर सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष विकास सिंह ने नया खुलासा किया। सिंह ने कहा कि जस्टिस बोबडे ने अयोध्या विवाद हल करने के लिए अभिनेता शाहरूख खान के मध्यस्थता का मंशा जताई थी। तत्कालीन सीजेआई के इस प्रस्ताव को शाहरुख खान ने स्वीकार भी कर लिया था।
भारत के निवर्तमान प्रधान न्यायाधीश शरद अरविंद बोबडे ने शुक्रवार को कहा कि वह प्रसन्नता, सद्भाव और बहुत अच्छी यादों के साथ उच्चतम न्यायालय से विदा ले रहे हैं और इस बात का संतोष है कि उन्होंने अपना सर्वश्रेष्ठ काम किया है।न्यायमूर्ति बोबडे को नवंबर 2019 में देश के 47वें प्रधान न्यायाधीश के रूप में शपथ दिलाई गई थी और वह आज सेवानिवृत्त हो रहे हैं।
उन्होंने अपने कार्यकाल में अयोध्या जन्मभूमि के एतिहासिक फैसले समेत कई महत्वपूर्ण निर्णय किए।न्यायमूर्ति बोबडे ने कोरोना वायरस महामारी के अभूतपूर्व संकट के समय भारतीय न्यायपालिका का नेतृत्व किया और वीडियो कन्फ्रेंस से शीर्ष अदालत का कामकाज कराया।