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बारिश से मची तबाही, झंपा पैदल पुल का पिलर हुआ ध्वस्त

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पंचूर और चाई दमराडा गांवों में मछली के तीन तालाब बहे, कई नाली कृषि भूमि बही
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : लगातार हो रही बारिश पर्वतीय क्षेत्रों में आफत बनकर बरस रही है। बारिश से सतेड़ी (रवासन) नदी में आई बाढ़ से यमकेश्वर ब्लॉक के तटीय इलाकों में भारी तबाही मची। यही नहीं बाढ़ से पंचूर में एक और चाई दमराडा गांव में मछली के दो तालाब बह गए हैं। वहीं नदी के कटाव के कारण झंपा पैदल पुल का एक पिलर ध्वस्त हो गया है। सीला नहर का करीब 150 मीटर और रायसेरा नहर का करीब 50 मीटर हिस्सा बाढ़ में बह गया है। आवई, माला, ठांगर, सीला, ठिंगाबाज और पंचूर गांवों में भू-कटाव होने से कई नाली कृषि भूमि बाढ़ में बह गई है।
जिला पंचायत सदस्य गुमालगांव विनोद डबराल ने बताया कि सोमवार रात भर मूसलाधार बारिश हुई जिससे सतेड़ी नदी में बाढ़ आई। बाढ़ से जिया दमराड़ा में सिंचाई विभाग की सुरक्षा दीवार बह गई। चाई दमराड़ा में उनके दो मछली के तालाब और पंचूर में दिनेश बड़ोला का एक मछली का तालाब बह गया। सतेड़ी नदी पर बने झंपा पैदल पुल का एक पिलर ध्वस्त हो गया है जिससे यह पुल अब कभी भी गिर सकता है। जिया दमराडा में राजेंद्र बडोला की मिक्शर मशीन और सेटरिंग का सामान, इसके अलावा भू-कटाव होने से पंचूर गांव में शांतनु बडोला, कीर्ति मोहन बडोला, माला गांव में ऋषिकांत रावत, नानक चंद और सतपाल रावत के खेत बाढ़ में बह गए। आवई, ठांगर, सीला, ठिंगाबाज गांव में भी भू-कटाव हुआ और मलबा लोगों के खेतों में भर गया है। बाढ़ से रणचूला पंपिंग पेयजल योजना का मुख्य टैंक क्षतिग्रस्त हो गया है। बघेल गांव में सुरेंद्र सिंह रावत की गोशाला मलबे में दब गई, एक मकान को खतरा हो गया। डांडा दमराड़ा गांव में 50 मीटर पैदल मार्ग बह गया है। उन्होंने जिला प्रशासन से प्रभावित परिवारों को मुआवजा देने और सतेड़ी नदी में चैनलाइजेशन कराने की मांग उठाई।

मार्ग पर आया मलबा
भारी बारिश से लक्ष्मणझूला-दुगड्डा-धुमाकोट मार्ग पर भड़ेत, उमरौली और डांडा दमराड़ा में भारी मात्रा में मलबा आने से ब्लॉक मुख्यालय का संपर्क कट गया है। जिला पंचायत सदस्य विनोद डबराल ने बताया कि बारिश से स्टेट हाईवे पर कई जगहों पर मलबा आया है। इसके अलावा बिथ्याणी-यमकेश्वर मार्ग पर मलबा आने से यमकेश्वर घाटी का ब्लॉक मुख्यालय यमकेश्वर से संपर्क कट गया है। ठांगर-गाजसेरा मार्ग, कांडी-ठेडुवा मार्ग पर भी मलबा आने के कारण वाहनों की आवाजाही बंद है। उन्होंने लोनिवि दुगड्डा से बंद मार्गों को जल्द से जल्द खोलने की मांग उठाई। वहीं लोनिवि के सहायक अभियंता सत्यप्रकाश ने बताया कि सड़कों से मलबा हटाने के लिए जेसीबी लगाई गई हैं।

मलबे में दबा राप्रावि जखमोला
दुगड्डा ब्लॉक के राजकीय प्राथमिक विद्यालय जखमोला ख्वाल में सोमवार देर रात भारी भूस्खलन हो गया। इसके चलते एक स्कूल मलबे में दब गया। उपखंड अधिकारी अमित चंद ने बताया कि स्कूल का आधे से ज्यादा हिस्सा मलबे में धंस गया है। इसके चलते बच्चों की छुट्टी रखी गई है। बुधवार से गांव के पंचायत घर में पढ़ाई शुरू की जाएगी।

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