‘आदिपुरुष’ के मेकर्स को हाई कोर्ट की फटकार, कहा- रामायण-कुरान जैसे धार्मिक ग्रंथों को बख्श दीजिए
नई दिल्ली, एजेंसी। प्रभास स्टारर ‘आदिपुरुष’ रिलीज के बाद से ही लगातार सुर्खियों में बनी हुई है। फिल्म को रिलीज हुए 10 दिन हो चुके हैं, लेकिन अब भी इस फिल्म को लेकर विवाद थमता नहीं दिख रहा है। ओम राउत के निर्देशन में बनी इस फिल्म के खिलाफ हाल ही में इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच में याचिका दायर की गई थी।
अधिवक्ता कुलदीप तिवारी की याचिका पर सुनवाई करते हुए हाई कोर्ट ने आज (26 जून) सेंसर बोर्ड और फिल्म के मेकर्स को जमकर फटकार लगाई। इस बारे में याचिकाकर्ता ने बयान जारी करते हुए कहा, ”आदिपुरुष को लेकर हमारी याचिका पर सुनवाई करते हुए जस्टिस राजेश सिंह चौहान और जस्टिस श्रीप्रकाश सिंह की बेंच ने सेंसर बोर्ड और फिल्म के मेकर्स को फटकार लगाई है।” उन्होंने कहा कि कोर्ट ने सेंसर बोर्ड की तरफ से पेश हुए अधिवक्ता अश्विनी सिंह से पूछा कि सेंसर बोर्ड क्या करता है? सिनेमा समाज का दर्पण होता है। क्या सेंसर बोर्ड को अपनी जिम्मेदारियां नहीं पता है?
कोर्ट ने यह भी कहा कि केवल रामायण ही नहीं बल्कि कुरान, गुरू ग्रंथ साहिब और गीता जैसे धार्मिक ग्रंथों तो कम से कम बख्श दीजिए। अब इस मामले में 27 जून को दोबारा सुनवाई होगी। बता दें कि आदिपुरुष के कई संवादों पर दर्शकों ने कड़ी आपत्ति जताई थी। फिल्म को लेकर बढ़ता विरोध देख मेकर्स ने इसके संवाद बदल दिए हैं। हालांकि, इससे भी कोई फायदा होता नहीं दिख रहा है। बॉक्स ऑफिस पर यह फिल्म धराशायी हो चुकी है। जानकारी के मुताबिक 600 करोड़ के बजट में बनी यह फिल्म अब तक 277 करोड़ के आसपास ही कमाई कर सकी है। फिल्म में प्रभास के अलावा सैफ अली खान, कृति सेनन, सनी सिंह और देवदत्त नागे मुख्य भूमिकाओं में हैं।