Uncategorized

दून पुलिस का मानवीय चेहरा एक बार फिर से आया सामने

Spread the love
Backup_of_Backup_of_add

देहरादून। पशु के प्रेम में एक महिला ने उसकी जान बचाने के लिए पूरी ताकत लगा दी, महिला अपने डॉगी की जान बचाने के लिए टिहरी से देहरादून पहुंच गई। इस बीच उसके पैसे खत्म हो गए। मदद को परिजन आ रहे थे, लेकिन सीमा पर कोरोना टेस्ट पर उनकी रिपोर्ट पॉजिटिव निकल गई। ऐसे में महिला पुलिस बैरियर के पास रोने लगी। मानवता का चेहरा फिर सामने आया और पुलिस ने टैक्सी का इंतजाम करके उसे टिहरी के लिए रवाना किया। घटना देहरादून में 28 अप्रैल की रात की है। पुलिस के मुताबिक आइएसबीटी बैरियर पर एक महिला श्रीमती अनवेषा सिंह पत्नी आशीष राठौर निवासी भोपाल मध्य प्रदेश छोटे बच्चे कुशाग्र प्रताप के साथ रोते हुए पहुंची। उसने बताया कि वर्तमान में वह टिहरी जिले के बी पुरम में रह रही है। उसने बताया कि वह भोपाल मध्य प्रदेश की रहने वाली है। वह डॉगी के उपचार के लिए टिहरी से देहरादून आई थी। जहां पर डॉगी का उपचार के उपरांत उसने इस कुत्ते के लिए फीड लिया। टिहरी में उक्त सुविधा उपलब्ध नहीं है। डॉगी का उपचार व फीड लेने के उपरांत उनके पास सारे पैसे समाप्त हो चुके थे। उसने परिवार के लोगों से संपर्क किया तो दिल्ली से उनके परिवारजन उन्हें लेने के लिए देहरादून आ रहे थे। उनका ऋषिकेश में कोविड-19 टेस्ट किया गया तो सभी पॉजिटिव निकले। इस कारण परिजन उन्हें लेने देहरादून आईएसबीटी बस अड्डा नहीं आ पाए। ऐसे में उसे पैसे भी नहीं मिल पाए। महिला को क्षेत्र की जानकारी नहीं थी। ना ही उनके पास होटल में ठहरने या गंतव्य तक पहुंचने के लिए पैसे थे। साथ में छोटा बच्चा भी था। महिला के परिजनों से पुलिस ने संपर्क कर जानकारी दी तो उसका कथन सही पाया गया। महिला किसी भी सूरत में अपने गंतव्य तक पहुंचना चाहती थी। देहरादून से टिहरी गढ़वाल के लिए कोई भी बस सेवा उपलब्ध नहीं थी। इस कारणमानवता के नाते महिला को उनके गंतव्य बी पुरम टिहरी तक पहुंचाने के लिए पुलिस ने टैक्सी उपलब्ध कराई गई। इसके बाद महिला व उनका बेटा सकुशल बी पुरम टिहरी पहुंच गए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!