क्षेपं सदस्यों ने विकास कार्यों पर अधिकारियों को घेरा
उत्तरकाशी। क्षेत्र पंचायत पुरोला की बैठक में सदस्यों ने सिंचाई, पेयजल व लोक निर्माण विभाग के कार्यों पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की। इस दौरान सदस्यों ने सदन में अधिकारियों पर विकास कार्यों में निरंतर लापरवाही का आरोप लगया। जिस पर डीएम ने सभी अधिकारियों को जनप्रतिनिधियों की समस्याओं को ध्यान में रखते हुए कार्य करने के निर्देश दिए।
गुरुवार को क्षेत्र पंचायत पुरोला की राइंका सभार में प्रमुख रीता पंवार की अध्यक्षता में संपंन हुई। कोरोना काल के दो वर्ष बाद हुई क्षेत्र पंचायत की बैठक में लघु सिंचाई, सिंचाई, लोकनिर्माण के कार्यों को लेकर सदन में सदस्यों ने गहरी नाराजगी जताई। प्रधान मठ अरविंद पंवार, प्रधान कोटी धरमलाल दौरियाल व प्रधान करड़ा अंकित रावत ने लघु सिंचाई, सिंचाई व पेयजल विभाग पर लापरवाही बरतने सहित नहरों व पेयजल योजनाओं के रखरखाव न करने का अरोप लगाया। उन्होंने बैठक में मौजूद जिलाधिकारी अभिषेक रूहेला को बताया कि विभागीय अधिकारियों की लापरवाही के कारण ग्रामीणों को हर साल रोपाई के मौसम में पानी की समस्याओं से जूझना पड़ता है। उन्होंने कहा कि जल जीवन मिशन में घरों में कनेक्शन तो दे दिए गए लेकिन उनमें अभी तक पानी नहीं आया । जिस पर जल संस्थान के अधिकारियों ने बताया कि प्रथम फैज का कार्य लगभग 80 प्रतिशत हो चुका है जल्दी ही द्वितीय फेज का कार्य प्रारंभ होगा जिसके बाद पेयजल की समस्या कम हो सकती है। वहीं जिला पंचायत सदस्य सरोज रावत, जेष्ठ उप प्रमुख सरिता रावत ने क्षेत्र में बने हाईड्रमो की बदहाल स्थिति पर भी विभाग के प्रति नाराजगी जताई। इस मौके पर प्रमुख रीता पंवार ने डीएम से जनप्रतिनिधियों की समस्याओं के शीघ्र निस्तारण की अपील की। बैठक में जेष्ठ उप प्रमुख सरिता रावत, जिला पंचायत सदस्य सरोज रावत, उपजिलाधिकारी शालिनी नेगी, डीडीओ केके पंत, खण्ड विकास अधिकारी पीआर सकलानी, तहसीलदार चमन सिहंसुबोध काला, ड़ आरसी आर्य, पवन नैटियाल, अजीत सिंह भंडारी आदि सभी विभागों के विभागाध्यक्ष, प्रधान व क्षेत्र पंचायत सदस्य मौजूद थे।