तीन दिन से बंद नाबालिग को नहीं मिला कोई संरक्षक
बागेश्वर। कपकोट थाना अंतर्गत तीन दिन तक मानसिक रूप से बीमार मां के बंद किए जाने के बाद नाबालिग अवसाद से घिर गई है। कपकोट के चिकित्सकों की सलाह पर बालिका को जिला चिकित्सालय रेफर किया गया, परंतु उसे कोई संरक्षक नहीं मिल पाया। बाद में एक स्थानीय युवक द्वारा उसे जिला चिकित्सालय में भर्ती हेतु लाया गया है।मालूम हो कि कपकोट निवासी रीता देवी ने अपनी नाबालिग को तीन दिन तक भूखे प्यासा घर में कैद रखा वह पूर्व में बच्ची को बंद कर चुकी थी जिससे वह अवसाद में थी। इधर ग्रामीणों ने मंगलवार को बालिका को कपकोट चिकित्सालय में भर्ती किया जहां प्राथमिक उपचार के बाद चिकित्सकों ने उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया, परंतु उसे रेफर करने के साथ कोई तीमारदार न मिल पाया जिसके बाद स्थानीय युवक उसे बागेश्वर तक ले जाने के लिए एक युवक तैयार हुआ है। जिसके संरक्षण में उसे कपकोट से जिला चिकित्सालय भेज दिया गया है। इधर बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष दीवान सिंह दानू ने बताया कि बच्ची को जिला चिकित्सालय में लाया जा रहा है। यहां चिकित्सकों के सलाह पर आगे की कार्रवाई की जाएगी साथ ही तीमारदार की तैनाती नियमानुसार कराई जाएगी।