जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। गढ़वाल राइफल्स रेजीमेंट के शताब्दी समारोह कार्यक्रम के तहत अल्मोड़ा से लैंसडौन की पदयात्रा पर निकली गढ़वाल राइफल्स रेजीमेंट की टीम शुक्रवार को मैठाना घाट से होते ग्राम महावीर चक्र विजेता शहीद जसवंत सिंह की जन्मस्थली दुनाव पहुंची। बिग्रेडियर हरमीत सेठी सेंटर कमांडेड गढ़वाल राइफल रेजिमेंट लैंसडौन ने शहीद स्मारक पर पुष्पाजंलि अर्पित कर महान योद्धा को नमन किया। उन्होंने युवाओं को पुरस्कृत कर उनका हौंसला बढ़ाया। बिग्रेडियर ने युवाओं को भारतीय सेना ज्वाइन करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि युवाओं के लिए सेना का एक-एक जवान और अफसर प्रेरणादायी है। उनका साहस, वीरता, धैर्यशीलता, ईमानदारी निष्ठा, राष्ट्रभक्ति जैसे गुण हर युवा को सेना भर्ती के लिए बुलाते हैं।
मैठाना घाट से दुनाव तक की लगभग 20 किमी. लंबी यात्रा में गढ़वाल राइफल्स के कमांडेंट ब्रिगेडियर हरमीत सेठी भी टीम के साथ रहे। दुनाव पहुंचकर महावीर चक्र विजेता शहीद जसवंत सिंह के स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें नमन किया गया। इस दौरान चिकित्सा कैम्प एवं वेटरन के पेंशन संबंधित समस्याओं का निस्तारण करने के लिए डाक्यूमेंटेशनल सेल द्वारा शिविर लगाया गया। टीम में एक अधिकारी, और 27 जवान शामिल रहे। 13 सितंबर को रेजिमेंट के एक अधिकारी, दो जेसीओ और 27 जवानों के एक पदयात्रा सेनादल ने 13 सितबंर 2021 को अल्मोड़ा से लैंसडौन के लिए पदयात्रा शुरू की थी। बिग्रेडियर हरमीत सेठी सेंटर कमांडेड गढ़वाल राइफल रेजिमेंट लैंसडौन के नेतृत्व में पदयात्रा कायला, रानीखेत, डागडागी, नैलाचौली, कानीनंदा, सिल्ली स्थानों का भ्रमण करते हुए शुक्रवार को मैथाना घाट से वर्ष 1962 के भारत चीन युद्ध में चीनी सेना के दांत खट्टे करने वाले रणबांकुरे योद्धा महावीर चक्र विजेता शहीद जसवंत सिंह की जन्मस्थली डुनावो पहुंची।