बिग ब्रेकिंग

कोटद्वार की जनता को कोरोना से घबराने की जरूरत नहीं, इलाज की पूरी सुविधाएं मौजूद

Spread the love
Backup_of_Backup_of_add

दो होटल और फायर का नव निर्मित भवन बनेगें कोविड केयर सेंटर
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। काबीना मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने कहा कि जनता को कोरोना से घबराने की जरूरत नहीं है। सभी धैर्य बनाएं रखे। सभी कोविड गाइड का पालन करते हुए एक-दूसरे की मदद करें। सरकार जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने का प्रयास कर रही है। उन्होंने सभी से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि सभी मेडिकल सुविधाएं उपलब्ध करा रहे है। कोई बिना ऑक्सीजन, दवाई और बिना उपचार के नहीं रहे, सरकार ने पूरी ताकत इसमें झोक दी है। उन्होंने कहा कि पिछली बार कोटद्वार की जनता ने समझदारी और धैर्य का साथ दिया। जिस कारण जिला रेड जोन से ग्रीन जोन में शामिल हुआ।
स्थानीय विधायक एवं प्रदेश के काबीना मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने कहा कि देहरादून, नैनीताल के बाद कोटद्वार इस समय कोरोना माहमारी को लेकर अति संवेदनशील है। कोटद्वार में दो होटल और फायर के बीईएल रोड पर नव निर्मित भवन को कोविड केयर सेंटर बनाया जायेगा। होटल चिन्हित करने के लिए उपजिलाधिकारी कोटद्वार और कोतवाली प्रभारी निरीक्षक को जिम्मेदारी सौंपी गई है। कोटद्वार नगर निगम क्षेत्र में बनाये गये सभी कोविड केयर सेंटर बेस अस्पताल के अधीन होगें। बेस अस्पताल के जनरल वार्ड में कोविड लक्षण से संबंधित एक भी मरीज को भर्ती नहीं किया जायेगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने निर्णय लिया है कि निदेशक, जिलाधिकारी, सीएमओ, सीएमएस को अधिकार दिया है कि जरूरत पड़ने पर संविदा के रूप में स्वास्थ्य कर्मियों की नियुक्त करें। तत्काल दवाईयां उपलब्ध करायें। इस समय टीम के रूप में काम करने की जरूरत है।
काबीना मंत्री डॉ. हरक सिंह रावत ने गुरूवार को तहसील सभागार में अधिकारियों की बैठक ली। डॉ. रावत ने कहा कि कोटद्वार नगर निगम क्षेत्र में बढ़ती कोरोना मरीजों की संख्या को देखते हुए दो होटल और फायर के नव निर्मित भवन को कोविड सेंटर बनाने का निर्णय लिया गया है। कोविड केयर सेंटर में डॉक्टर, नर्सिग स्टाफ, पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती की जायेगी। फायर के नव निर्मित भवन में कोरोना संक्रमित होने वाले पुलिस कर्मियों व अन्य विभागों के कर्मचारियों को आइसोलेट किया जायेगा। उन्होंने कहा कि बेस अस्पताल में कॉल सेंटर बनाया जायेगा। इस सेंटर में हर समय एक डॉक्टर की डयूटी लगाई जायेगी। जो कोरोना संदिग्ध मरीजों को सलाह देगें। उन्होंने कोरोना संदिग्ध मरीजों को होम आइसोलेशन में रहने की सलाह देते हुए कहा कि वह कॉल सेंटर से डॉक्टर से सलाह ले सकते है। मरीजों को ऑक्सीजन की जरूरत पड़ने पर ही अस्पताल में भर्ती किया जायेगा। डॉ. रावत ने कहा कि बेस चिकित्सालय पर लोड कम से कम करें। ताकि सभी को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं दी जा सके। बेस अस्पताल में गंभीर रोगियों को ही भर्ती कराये। पहली कोशिश होगी की मरीज को घर पर ही चिकित्सा सुविधा और सलाह मिल सके। अगर मरीज घर पर ठीक नहीं होगा तो उन्हें कोविड केयर सेंटर में ले जाया जायेगा और इसके बाद मेडिकल टीम की सलाह पर बेस अस्पताल में भर्ती किया जायेगा। उन्होंने कहा कि बेस अस्पताल को हर समय हर उस व्यक्ति के लिए खाली रखेगें जो बीमारी से जूझ रहा है। ताकि अस्पताल में जरूरत मंद को स्वास्थ्य सुविधाएं मिल सके। बैठक में उपजिलाधिकारी रविंद्र बिष्ट, अपर पुलिस अधीक्षक मनीषा जोशी, सीओ अनिल जोशी, कोतवाली प्रभारी निरीक्षक नरेंद्र सिंह बिष्ट, बेस अस्पताल के मैनेजर बलवीर सिंह रावत, कोविड नोडल प्रभारी डॉ. सुनील शर्मा, वन मंत्री के पीआरओ सीपी नैथानी, सुरेंद्र गुसांई आदि मौजूद थे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!