बलियानाला की स्थाई सुरक्षा को पहल तेज
नैनीताल। नगर के अस्तित्व के लिए अहम बलियानाला की स्थाई सुरक्षा के लिए पहल तेज हो गई है। विभागीय जानकारी के अनुसार अब जायका नहीं बल्कि सिंचाई विभाग ही इसकी सुरक्षा का कार्य करेगी। साथ ही 15 सितंबर से पहले डीपीआर बनाने को कंपनी तय की जाएगी। इसके लिए भारत से संबद्ध फ्रांस की कंपनी समेत चार कंपनियों ने इसके आवेदन किया है। पहले से ही संवेदनशील रहा बलियानाला भूकंपीय जोन चार में स्थित होने और नैनी लेक फॉल्ट गुजरने के कारण यह अतिसंवेदनशील हो गया है। 2017 से भूस्खलन के बाद आईआरआई रुड़की, आईआईटी रुड़की, जीएसआई, वाडिया इंस्टीट्यूट समेत जापानी कंपनी इसका सर्वे कर चुकी है। इसके बाद ड्रिलिंग आदि के कार्य भी हुए। शासन के आदेश पर अब सिंचाई विभाग ही इस कार्य को करेगा। सिंचाई विभाग के सहायक अभियंता डीडी सती ने बताया कि डीपीआर के लिए कंपनियों को आमंत्रित किया गया है। भारत से संबद्ध फ्रांस की कंपनी समेत पुणे, दिल्ली और नोएडा की कंपनियों ने इसके लिए आवेदन किया है। आईआरआई रुड़की की ओर से 15 सितंबर से पहले कंपनी का चयन किया जाना है। इसके बाद डीपीआर और फिर आगे की कार्रवाई की जाएगी।