ग्रामीण सड़कों के अवरुद्घ होने का सिलसिला थम नहीं रहा
गोपेश्घ्वर। मलबा, बोल्डर आने और पहाड़ियों के टूटने से बदरीनाथ हाईवे समेत चमोली जिले में लिंक मार्ग और ग्रामीण सड़कों के अवरुद्घ होने का सिलसिला थम नहीं रहा है। गुरुवार को भी बदरीनाथ हाइवे समेत चमोली जिले में 5 से अधिक स्थानों पर मलबा आने से यातायात घंटों बाधित रहा। भारी मशक्कत के बाद कहीं पर छोटे वाहनों तो कहीं पर अन्य वाहनों के लिए यातायात सुचारू किया गया। सबसे अधिक ग्रामीण और लिंक मार्ग बाधित हुए।
चमोली जिले में बुधवार की रात और गुरुवार तक 64 ग्रामीण और लिंक मार्ग अवरूद्घ रहे। पिछले 10 दिनों में एक दिन में 64 लिंक और ग्रामीण सड़कों के बंद होने का यह रिकार्ड संख्या है। आपदा के दृष्टिगत और मानसून को देखते हुए प्रशासन, आपदा प्रबंधन, पुलिस 24 घंटे सड़क खोलने और आपदा प्रबंधन के कार्य में जुटीं हैं। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी एनके जोशी ने बताया बाधित सड़कों को खोलने के लिये जेसीबी समेत मशीनें सभी स्थानों पर तैनात हैं।
जिले में वर्षा भूस्खलन से पेयजल योजनाओं पर भी प्रभाव पड़ा है। आपदा प्रबंधन कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार उमट्टा कर्णप्रयाग में क्षतिग्रस्त पेयजल लाइन की मरम्मत कर उसे दुरस्त करने के प्कयास जारी है। बुधवार- गुरुवार को नन्दा नगर घाट विकास खंड के आधे दर्जन से अधिक गांवों में विद्युत आपूर्ति बाधित रही। पोखरी, जोशीमठ के गांवों में भी विद्युत आपूर्ति बाधित रही।