उत्तराखंड

वार्ता को पहुंची जनताय ना मिले अधिकारी, ना आया ठेकेदार

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अल्मोड़ा। अल्मोड़ा में जनता के प्रति अधिकारी कितने गंभीर हैं इसका उदाहरण शनिवार को सिंचाई विभाग में देखने को मिला। करीब पांच दिन पूर्व धर्मनिरपेक्ष युवा मंच के संयोजक विनय किरौला के नेतृत्व में स्थानीय जनता का एक प्रतिनिधिमंडल सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियन्ता से मिला था तथा मांग की थी कि अल्मोड़ा में बन रहे ड्रेनेज सिस्टम और नालों के कार्य को बहुत धीमी गति से कर रहे ठेकेदार को कार्यालय में बुलाकर उसे निर्देशित किया जाए कि निर्माण कार्यों में तेजी लाई जाए जिससे कि तय समय अप्रैल 2024 तक अल्मोड़ा नगर में ड्रेनेज और नालों का निर्माण पूरा कर लिया जाए। जिससे कि बरसात के मौसम में पानी की सही निकासी हो और लोगों के घरों को नुकसान ना पहुंचे। इस क्रम में सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया था कि शनिवार पूर्वाह्न 11 बजे सम्बन्धित ठेकेदार को बुलाकर स्थानीय लोगों के समक्ष वार्ता होगी। तय समय के अनुसार आज जब लोगों का प्रतिनिधिमंडल सिंचाई विभाग कार्यालय पहुंचा तो वहां ना अधिशासी अधिकारी उपस्थित थे और ना ही सम्बन्धित ठेकेदार। इस पर लोगों का आक्रोश फूट गया और वे वहीं पर धरने पर बैठ गए। लोगों का कहना था कि यह जनता की भावनाओं के साथ मजाक है और इसको लेकर वे अब जिलाधिकारी के सम्मुख फरियाद लगाएंगे। शनिवार पूर्वाह्न 11 बजे नियत समय पर अल्मोड़ा के वरिष्ठ नागरिकों सहित तमाम लोग जिसमे महिलाएं, युवा सहित अल्मोड़ा के विभिन्न वार्डों से नागरिक वार्ता के लिए आए थे, किंतु वार्ता के लिए फैसला लेने के लिए जिम्मेदार अधिकारी समेत ठेकेदार अनुपस्थित पाए गए। जिससे वहाँ पहुंचे लोगों में रोष उत्पन्न हो गया। उन्होंने सिंचाई विभाग पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की। विनय किरौला ने पूरे घटनाक्रम की जानकारी सिंचाई सचिव को भी दी। विनय किरौला ने कहा कि जल्द ही अल्मोड़ा वासी इस विषय मे जिलाधिकारी से मिलेंगे। यहाँ धरना देने वालों में में के पी जोशी, दीवान सिंह डसीला, नीमा सनवाल, प्रशांत चौधरी, नंदी बिष्ट, ललिता उपाध्याय, मोहित जोशी, लक्ष्मन सिंह बोरा सहित बड़ी संख्या में नगरवासी उपस्थित थे।

 

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