लक्ष्मण शक्ति और हनुमान जी का संजीवनी बूटी लाने का दृश्य रहा रोमांचक
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : रामलीला की नौवीं संध्या हनुमान जी की वंदना जै दु:ख भजन, मारुति नंदन से शुरू हुई। भाव नृत्य में मिहिका रावत ने मनमोहक प्रस्तुति दी। रामलीला देखने के लिए भारी संख्या में लोग पहुंच रहे हैं।
मुख्य अतिथि आह्वाहन संस्था की प्रबन्धक प्रियंका थपलियाल ने आयोजन समिति की सराहना करते हुए कहा कि अनवरत 123 वां मंचन करना अपने आप में समिति के सार्थक प्रयासों को दर्शाता है। उन्होंने
बेहतरीन रामलीला मंचन की सराहना की।
लीला मे सेतुबंधु रामेश्वर निमाण, राम समुद्र संवाद, मंदोदरी रावण संवाद, रावण विभीषण संवाद, राम द्वारा विभीषण का राज तिलक, अंगद रावण संवाद, मेघनाद लक्ष्मण युद्ध, लक्ष्मण शक्ति, राम विलाप, सुषैण वैद्य
का आना, हनुमान जी का संजीवनी बूटी का लाना, लक्ष्मण की मूर्छा टूटना तक मंचित की गई। रावण विभीषण संवाद में विभीषण की भूमिका में आशुतोष नैथानी का गायन तेरा अभिमान सब जाता रहेगा, बहुत तू
मन में पछताता रहेगा दर्शकों द्वारा काफी सराहा गया। वहीं अंगद रावण संवाद में अंगद के अभिनय कर्ता हिमांशु चौहान ने अपने गायन बोल संभार अधम अभिमानी, राम मनुज कस रे अज्ञानी। जनक सभा में सब
महिपाला, थके धनुष नहीं, उठत कराला से अपने अभिनय का लोहा मनवाया। लक्ष्मण शक्ति और वायु मार्ग से हनुमान जी का संजीवनी बूटी के लाने का दृश्य रोमांचक रहा। इन दृश्यों को तैयार करने में प्रदीप रावत,
मंगल सिंह नेगी, वैभव रावत, अशीष नेगी, नवीन मियां, कुलदीप गुसाईं ने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। समुद्र देव की भूमिका गोपाल नेगी, सुषैन वैद्य नवीन नैथानी तथा मेघनाद की भूमिका अंकित नेगी कर रहे हैं। इस
अवसर पर हे न ब केंद्रीय विश्विविद्यालय पौड़ी परिसर के अध्यक्ष ऋतिक असवाल, सचिव ऋतिक रावत, कोषाध्यक्ष लवेश नेगी आदि मौजूद थे।