उर्गम घाटी के युवाओं ने किया सड़क मरम्मत का कार्य
चमोली। पंच केदार में शामिल भगवान कल्पेश्वर महादेव की गुफा तक पहुंचने वाली सड़क सरकार के दावों के बाद भी बदहाल है। सड़क का आलम यह है कि इसमें वाहन चढ़ नहीं पा रहे हैं, साथ ही डामरीकरण एवं निकासी नाली के अभाव के कारण सड़क लगातार टूट रही है, जिस कारण उर्गम घाटी में खासा अक्रोश है। क्षेत्र के युवकों ने खुद ही सड़क की मरम्मत का काम शुरू कर दिया। उर्गम घाटी के लगभग एक दर्जन गांवों की लाइफ लाइन यही सड़क है, इसी सड़क से होकर घाटी के सभी गांवों के ग्रामीण हेलंग एवं जोशीमठ तक आते जाते हैं। बावजूद इसके उर्गम हेलंग मोटर मार्ग की स्थिति काफी दयनीय बनी हुई है। सड़क के बदहाल होने के कारण लोगों की आजिविका पर भी प्रतीकूल प्रभाव पड़ रहा है। प्रधान संघ के अध्यक्ष अनूप नेगी कहते हैं कि काफी समय से पंचम केदार कल्पेश्वर के दर्शन के लिए आने वाले अधिकांश तीर्थ यात्री एवं पर्यटक सड़क की खस्ता हालत देखकर वापस लौट रहे हैं, जिस कारण उर्गम घाटी में संचालित होम स्टे, टैक्सी व्यवसाय, समेत अन्य व्यवसायों पर अब भारी असर पड़ रहा है। साथ ही ग्रामीणों को भी आवागमन की समस्याओं दोचार होना पड़ रहा है। कई बार बारबर शासन प्रशासन से पत्राचार करने के बाद भी जब इस सड़क की सुध नहीं ली गई तो अब स्वंय गांव के युवकों ने सड़क सुधार कार्य प्रारंभ कर दिया है। कहते हैं कि यदि प्रशासन ने जल्द पूरी सड़क का जीर्णोंद्घार एवं डामरीकरण नहीं किया तो उर्गम घाटी की जनता एवं जनप्रतिनिधि आन्दोलन को बाध्य होंगे। बुधवार को सड़क मरम्मत कार्य करने वाले युवा सौरभ नेगी, राहुल नेगी, कमल पंवार, दीपक नेगी, यशवंत नेगी ,दीपक रावत आदि मौजूद रहे।