कोसी बैराज के गेट जाम होने से मचा हड़कंप
अल्मोड़ा। अल्मोड़ा के कोसी बैराज के गेट सोमवार सुबह तकनीकी खामी आने के कारण जाम हो गए थे। इससे पूरे इलाके में हड़कंप मच गया। आईटीबीपी के जवानों ने कड़ी मशक्कत के बाद मैनुअल गेट खोलने में सफलता पाई। तब जाकर प्रशासन और लोगों ने राहत की सांस ली। अन्यथा बड़ा खतरा हो सकता था। सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने बताया कि भारी बारिश के कारण सोमवार को बिजली गुल हो गई थी। लगातार हो रही बारिश से कोसी का जलस्तर बढ़ता जा रहा था, लेकिन बैराज के जाम हुए गेट पूरी तरह खुल नहीं पा रहे थे। उसके बाद गेट खोलने के लिए आईटीबीपी की मदद लेनी पड़ी। आईटीबीपी के जवानों ने गेट खोलकर पानी की निकासी सुचारू कराई। तब जाकर हालात सामान्य हो पाए।
कोसी नदी का जल स्तर अपने उच्च स्तर 21 हजार क्यूसेक के पार पहुंचा
अल्मोड़ा। लगातार बारिश से अल्मोड़ा की कोसी नदी ऊफान पर है। सोमवार को कोसी का जल स्तर अपने उच्च स्तर 21000़100 क्यूसेक पर पहुंच गया है। बीते साल अक्तूबर की आपदा में कोसी का जल स्तर 18805़50 क्यूसेक तक पहुंचा था। जल स्तर बढ़ने और बिजली गुल होने से बैराज के गेट को खोलने के लिए विभाग को आईटीबीपी बुलानी पड़ी। दरअसल, बीते गुरुवार से कोसी समेत ऊपरी क्षेत्रों में लगातार बेमौसमी बारिश का दौर जारी है। सोमवार को भी बारिश का दौर जारी रहा। गधेरे ऊफान पर हैं। सोमवार को कोसी का जल स्तर भी एकाएक अपने उच्च स्तर पर पहुंच गया। आपदा कंट्रोल से मिली जानकारी अनुसार सोमवार कोसी नदी का जल स्तर 21000़100 क्यूसेक रहा। वहीं, 9 अक्तूबर को कोसी नदी का जल स्तर 1137़50 क्यूसेक, आठ अक्तूबर को 322़50 क्यूसेक, सात अक्तूबर को 288़50 क्यूसेक, 309़50 क्यूसेक पांच अक्तूबर को 344़50 क्यूसेक, चार अक्तूबर को 344़50 क्यूसेक, तीन अक्तूबर को 333़50 क्यूसेक, दो अक्तूबर को 355़50 क्यूसेक और एक अक्तूबर को 385़50 क्यूसेक रहा।