गुलदार पकड़ने को हजारों खर्च किए, मिले पैर के निशान
चम्पावत। गजार गांव में गुलदार को पकड़ने के लिए वन विभाग ने हजारों रुपये खर्च कर दिए। लेकिन गुलदार की हलचल तक नहीं दिखाई दी। ग्रामीणों को बीते दिन प्रावि के पास गुलदार के पंजे के निशान मिले हैं। 15 दिन बाद गुलदार की मूवमेंट नहीं आई तो वनकर्मी गांव छोड़ अपने ठिकाने पर आ गए हैं।
धूरा ग्राम पंचायत से लगे गजार गांव में दो जुलाई को चारा पत्ती लेने जंगल गई 38 वर्षीय चंद्रावती को गुलदार ने मार डाला था। जिसके बाद वन विभाग ने घटनास्थल से करीब 500 मीटर पहले और आबादी से करीब डेढ़ किमी दूर गुलदार को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया है। वहीं, वन विभाग ने दस हजार से अधिक के पटाखे फोड़ डाले हैं। 15 दिनों से गजार गांव के ही पुराने मकान में रहकर गश्त करने वाली वनकर्मियों की टीम अब गांव से वापस लौट गई है। हालांकि गश्त जारी है। गुलदार की ट्रेसिंग के लिए लगाए कैमरों में भी वह कैद नहीं हो सका।
गुलदार की कोई भी गतिविधि अभी कैमरों में कैद नहीं हुई है। विद्यालय के पास पैरों के निशान मिले हैं, जिसका मिलान किया जा रहा है। वन कर्मियों की टीम लगातार गांव में गश्त कर रही है। – गुलजार हुसैन, रेंजर, बूम रेंज, टनकपुर।