आन-बान और शान का प्रतीक है तिरंगारू राज्यपाल
हरिद्वार। उत्तराखंड के राज्यपाल लेज़ (सेवानिवृत्त) गुरमीत सिंह ने कहा कि राष्ट्र ध्वज देशभक्ति, राष्ट्रीयता के साथ हम सभी भारतीय को एक डोर में बांधे हुए है। हम अपना सब कुछ राष्ट्र, समाज, संस्त और संस्ति के लिए समर्पित कर दें। हम सबके लिए राष्ट्र सर्वोपरी है। उन्होंने कहा कि राष्ट्र की सुरक्षा में प्राणों की आहुति हो जाए, तो यह गर्व की बात है। यह बात उन्होंने शुक्रवार को देव संस्ति विश्वविद्यालय सभागार में आयोजित कार्यक्रम में कही।
उन्होंने कहा कि हर सैनिक की अंतिम अभिलाषा होती है कि जब प्राण तन से निकले तो शरीर तिरंगा में लिपटा हो। राज्यपाल के उद्बोधन से सैनिकों जैसा जोश, उत्साह एवं उमंग से देसंविवि के मृत्युंजय सभागार गुंज उठा। उन्होंने भारत एवं भारतीयता, संस्त एवं संस्ति के उत्थान के लिए विद्यार्थियों को प्रेरित किया। राज्यपाल ने अपना संबोधन ओम के उच्चारण के साथ प्रारंभ किया और समापन भी। इससे पहले उन्होंने शांतिकुंज में स्थापित 120 फीट ऊंचे राष्ट्रीय ध्वज का लोकार्पण किया। तथा देवसंस्ति विश्वविद्यालय परिसर में स्थित शौर्य दीवार में पुष्पचक्र अर्पित कर वीर सपूतों को श्रद्घांजलि दी। राज्यपाल ने कहा कि गायत्री मंत्र हमें अपने अंतर आत्मा से जोड़ता है। शांतिकुंज एवं देसंविवि आकर उन्हें गहरी शांति का अनुभव हो रहा है। राज्यपाल ने कहा कि देसंविविाषि परंम्परा का निर्वहन कर रही है जो भारतीय संस्ति के गौरव गाथा, शौर्य, पराक्रम, साहस, समरसता की प्रेरणा को जन-जन तक पहुंचाने में जुटा है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए गायत्री परिवार प्रमुख ड़ प्रणव पण्ड्या ने कहा कि यह उत्तराखंड का सौभाग्य है कि देवभूमि में पहली बार सेना के सेवानिवृत्त एक उच्चाधिकारी को राज्यपाल की जिम्मेदारी मिली है। उन्होंने कहा कि आजादी के मतवाले श्रीराम भी स्वतंत्रता सेनानी रहे। तब उन्होंने तिरंगा की आन, बान, शान के लिए अंग्रेजों से लड़े। संत, सुधारक एवं शहीद को अवतारों की श्रेणी में आता है। उन्होंने कहा कि मेरे शरीर के रक्त का हर एक बूंद राष्ट्र के लिए समर्पित है। इस मौके पर ड़ पण्ड्या ने राज्यपाल का विवि का प्रतीक चिह्न, गायत्री महामंत्र का चादर एवं युग साहित्य भेंटकर सम्मानित किया।
इससे पूर्व देसंविवि के प्रतिकुलपति ड़ चिन्मय पण्ड्या ने कार्यक्रम की रूपेरखा पर विस्तार से जानकारी दी। इस मौके पर राज्यपाल एवं कुलाधिपति ने देसंविवि की ई न्यूज लेटर रेनासा के नवीनतम अंक का विमोचन किया। इस अवसर पर कुलपति शरद पारधी, कुलसचिव बलदाऊ देवांगन सहित अनेक प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित रहे।