तीरथ सिंह रावत: गांव से निलकर छात्र संघ अध्यक्ष से लेकर मंत्री, विधायक, सांसद और अब मुख्यमंत्री तक का सफर
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। जनपद पौड़ी के कल्जीखाल ब्लाक स्थित सीरों गांव के मूल निवासी तीरथ सिंह रावत ने आरएसएस के स्वयं सेवी से लेकर मुख्यमंत्री तक का सफर तय किया है। सहज, सरल व सौम्य स्वभाव के धनी तीरथ सिंह रावत जनता के बीच काफी लोकप्रिय हैं। संगठन के प्रति सर्मपण की भावना व राजनीति में बेदाग छवि उन्हें मुख्यमंत्री के पद तक ले गई। वह छात्र राजनीति में सक्रिय रहे। गढ़वाल विवि के बिडला परिसर श्रीनगर में छात्र संघ अध्यक्ष रहे। तीरथ के मुख्यमंत्री बनने की घोषणा होते ही भाजपा के आनुसांगिक संगठनों, मातृ संगठन में खुशी की लहर है।
तीरथ सिंह रावत भारतीय भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष, चौबट्टाखाल से विधायक रह चुके है। वर्तमान में वह गढ़वाल लोकसभा सीट से सांसद है। वह फरवरी 2013 से दिसंबर 2015 तक उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष थे। चौबट्टाखाल से विधायक (2012-2017) हैं। वर्तमान में तीरथ सिंह रावत भाजपा के राष्ट्रीय सचिव के साथ-साथ गढ़वाल लोकसभा से सांसद भी हैं। पौड़ी सीट से भाजपा के उम्मीदवार के अतिरिक्त 2019 के लोकसभा चुनाव में उन्हें हिमाचल प्रदेश का चुनाव प्रभारी भी बनाया गया था। उत्तराखंड के नवनियुक्त मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत का जन्म 9 अप्रैल 1964 में सीरों, पट्टी असवालस्यूं पौड़ी गढ़वाल, उत्तराखण्ड में स्व. कलम सिंह रावत व स्व. गौरा देवी के घर हुआ। तीरथ अपने छ: भाई बहनों में सबसे छोटे हैं। वर्ष 1997 में तीरथ यूपी विधान परिषद के सदस्य (एमएलसी) रहे। एमएलसी कार्यकाल के दौरान ही नवंबर 2000 में नवगठित उत्तराखंड राज्य की अंतरिम सरकार में उन्हें शिक्षा मंत्री का दायित्व सौंपा गया। उत्तराखंड के पहले विधानसभा चुनाव 2002 में तीरथ पहली बार पौड़ी विधान सभा सीट से चुनाव मैदान में उतरे। लेकिन उन्हें जीत नहीं मिली। वर्ष 2007 में तीरथ विधानसभा सीट पौड़ी से चुनाव लड़े, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। नए परिसीमन के बाद वर्ष 2012 में तीरथ सिंह रावत ने चौबट्टाखाल विधानसभा सीट से चुनाव जीत हासिल कर विधान सभा पहुंचे। 2007 में भारतीय जनता पार्टी उत्तराखण्ड के प्रदेश महामंत्री चुने गए तत्पश्चात प्रदेश चुनाव अधिकारी तथा प्रदेश सदस्यता प्रमुख रहे। 2013 उत्तराखण्ड दैवीय आपदा प्रबंधन सलाहकार समिति के अध्यक्ष रहे। वर्ष 2012 में चौबटाखाल विधानसभा से विधायक निर्वाचित हुए और वर्ष 2013 में उत्तराखण्ड भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बने। इससे पूर्व वर्ष 1983 से 1988 तक राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रचारक रहे, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् (उत्तराखण्ड) के संगठन मंत्री और राष्ट्रीय मंत्री रहे हैं।
वर्ष 1991-92 में वह गढ़वाल विवि के बिडला परिसर श्रीनगर में छात्रसंघ अध्यक्ष चुने गए। छात्र संघ मोर्चा (उत्तर प्रदेश) में प्रदेश उपाध्यक्ष भी रहे। इसके बाद भारतीय जनता युवा मोर्चा (उत्तर प्रदेश) के प्रदेश उपाध्यक्ष एवं राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य रहे। इसके बाद 1997 में उत्तर प्रदेश विधान परिषद् के सदस्य निर्वाचित हुए तथा विधान परिषद् में विनिश्चय संकलन समिति के अध्यक्ष बनाये गए। तीरथ सिंह रावत को पौड़ी लोकसभा सीट से भारत के 17वें लोकसभा चुनाव में बीजेपी की तरफ से प्रत्याशी बनाया गया था, जिसमें वे भारी मतों से विजयी हुए। इन्होंने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी कांग्रेस के मनीष खंडूड़ी को 2 लाख 85 हजार से अधिक मतों से हराया। छ: मार्च 2021 को प्रदेश की राजनीति में हलचल को देखते हुए तीरथ को दिशा की बैठक के बीच हाईकमान ने देहरादून बुलाया। लेकिन मुख्यमंत्री के दावेदारों में मीडिया व राजनीतिक गलियारो में कभी उनकी चर्चा नहीं हुई। 10 मार्च को विधायक मंडल दल में तीरथ के नाम की घोषणा होने से भाजपा ने सबको चौंका दिया।
मुख्यमंत्री की पारिवारिक पृष्ठभूमि एवं बहनें
पौड़ी। तीरथ सिंह रावत के उत्तराखंड का नया मुख्यमंत्री बनने पर उनके बड़े भाई पूर्व सैनिक जसवंत सिंह सहित पूरे परिवार व गांव में खुशी की लहर है। बड़े भाई ने मुख्यमंत्री से क्षेत्र व प्रदेश के विकास का लक्ष्य लेकर आगे बढ़ने व उत्तराखंड को खुशहाल प्रदेशों की सूची में पहले स्थान पर लाने का आर्शीवाद दिया है। जसवंत ने कहा कि साधारण सरल व्यक्तित्व के धनी तीरथ से क्षेत्र व प्रदेश की जनता को बड़ी उम्मीदें हैं।
मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत जनपद के कल्जीखाल ब्लाक स्थित सीरों गांव के मूल निवासी हैं। मुख्यमंत्री विगत माह ही अपने गांव गए थे। जहां उन्होंने परिजनों व ग्रामीणों से मुलाकात की। तीरथ सिंह रावत के दो बड़े भाई जसवंत सिंह रावत व कुलदीप सिंह रावत हैं। जसवंत सिंह वर्ष 1990 में सेना से हवलदार के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। जबकि कुलदीप सिंह देहरादून में ही एक निजी कंपनी में मैनेजर के पद पर सेवारत हैं। उनकी दो बड़ी बहनों का देहांत हो चुका है। जबकि तीसरी बड़ी बहन अपने बच्चों के साथ रुड़की में रह रही हैं। तीरथ के बड़े भाई जसवंत सिंह अपने परिवार के साथ सीरों गांव में ही रहते हैं। जबकि दूसरे भाई का परिवार देहरादून में रहता है। जसवंत सिंह ने बताया कि तीरथ बाल्यकाल से ही शांत स्वभाव के हैं। उनका यही स्वभाव उनकी ताकत भी है। उन्होंने कहा कि तीरथ के मुख्यमंत्री बनने से परिवार, गांव व क्षेत्र में खुशी की लहर है। सभी एक-दूसरे को मिठाईयां खिलाकर शुभकामनाएं दे रहे हैं। जसवंत ने कहा कि नए मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत से क्षेत्र व प्रदेश की जनता को बड़ी उम्मीदें हैं। मुख्यमंत्री को क्षेत्र व प्रदेश के विकास के लक्ष्य को लेकर आगे बढ़ना होगा। उन्हें उत्तराखंड को एक परिवार मानकर विकास कार्यों को तीव्रता देनी होगी।
नव नियुक्त मुख्यमंत्री के लिए क्या बोले मनीष, राजपाल, मोहन, यशपाल
कांग्रेस नेता मनीष खंडूडी ने कहा कि प्रदेश में बदलाव राजनीतिक कारणों से हुआ। लोक तंत्र में राजनीति भी जरूरी है। पर हमें राज्य के लिए कार्य करना है। प्रदेश में सीएम का चेहरा बदला है लेकिन मुद्दे वही हैं। हम सबकों चिंतन मनन करना पड़ेगा कि राज्य के लिए हम कैसे कार्य कर सकते हैं।
राजपाल बिष्ट, सदस्य अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने कहा कि तीरथ सिंह चौबट्टाखाल से मेरे प्रतिद्वंदी रहे हैं, उनके मुख्यमंत्री बनने पर मैं उन्हें हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं। उम्मीद है कि वे प्रदेश की बेहतरी के लिए कार्य करेंगे।
मोहन सिंह रावत, गांववासी, पूर्व कैबिनेट मंत्री ने कहा कि तीरथ के नेतृत्व में राज्य सुरक्षा, समृद्धि व खुशहाली की ओर बढे़गा। उत्तराखंड को सशक्त बनाने के प्रधानमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट को वह सफल बनाएंगे। साथ ही त्रिवेंद्र सरकार के कार्यो को आगे बढाएंगे।
यशपाल बेनाम, पूर्व विधायक व पालिका अध्यक्ष पौड़ी ने कहा कि तीरथ के लिए बधाई। विधायक रहे। सासंद है। मैंने उनके साथ चुनाव लड़ा है। प्रदेश में उनके नेतृत्व में ऐसे विकास कार्य हो कि अगले पांच वर्ष भी उन्हीं का नेतृत्व मिले।
मुख्यमंत्री तीरथ के गांव सीरों में मनाई गई होली और दीवाली
जयन्त प्रतिनिधि।
सतपुली। तीरथ सिंह रावत के मुख्यमंत्री बनने की खुशी में उनके गांव सीरों में होली और दीवाली एक साथ मनाई गई। ग्रामीणों ने आतिशबाजी कर व एक दूसरे को गुलाल लगाकर खुशी मनाई। साथ ही मिठाई भी बांटी गई।
तीरथ सिंह रावत के मुख्यमंत्री बनने की खबर सुनते ही उनके पैतृक गांव विकासखंड कल्जीखाल की पट्टी असवालस्यू के ग्राम सीरो में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। उनके घर पर ग्रामीण बधाई देने पहुंचे। गांव के पंचायत घर में ग्रामीणों द्वारा आतिशबाजी की गई और जमकर होली खेली गई। इस दौरान महिलाओं ने खूब होली खेली। ग्रामीणों ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर खुशी का इजहार किया। वही शाम को गांव के मन्दिर में महिला मंगल दल द्वारा कीर्तन भजन किये गये। पैतृक गांव ग्राम सीरों के ग्राम प्रधान मदन सिंह बिष्ट का कहना है कि तीरथ सिंह रावत का मुख्यमंत्री बनना हमारे क्षेत्र के लिए गर्व की बात है। उनके मुख्यमंत्री बनने के बाद क्षेत्र की जनता की उम्मीद और बढ़ गयी है कि क्षेत्र में विकास दोगुना गति से हो सकेगा। इस मौके पर तीरथ सिंह रावत के भाई जशवंत सिंह, ग्राम प्रधान मदन सिंह बिष्ट, कमलेश देवी, उमेश चन्द्र, देवेन्द्र सिंह, दिगम्बर सिंह आदि रहे।
सतपुली में भाजपाइयों ने मनाया जश्न
सतपुली। गढ़वाल सांसद व चौबट्टाखाल के पूर्व विधायक तीरथ सिंह रावत को उत्तराखंड का मुख्यमंत्री बनाए जाने पर सतपुली में भाजपा कार्यकर्ताओं ने आतिशबाजी कर जश्न मनाया। जश्न मनाने वालों में वेद प्रकाश वर्मा, जगदंबा डंगवाल, कुसुम खंतवाल, इंदु जुयाल, मीना डंगवाल, गंगा खंतवाल, महेश मिश्रा, विनोद घिल्डियाल, भगवती रावत, कैप्टन गंगा सिंह सहित अनेक भाजपा कार्यकर्ता शामिल थे।