पौड़ी जिले को चार साल बाद मिला मनरेगा लोकपाल
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। जनपद पौड़ी को करीब तीन साल इंतजार करने के बाद मनरेगा लोकपाल मिल गया है। समाज वैज्ञानिक व अर्थशास्त्री डा. अरुण कुकसाल जिले के चौथे लोकपाल बने हैं। अपर मुख्य सचिव मनीष पंवार ने पौड़ी मनरेगा लोकपाल की नियुक्ति का आदेश जारी कर दिया है। उन्होंने नियुक्त लोकपाल को एक माह के भीतर पदभार संभालने के निर्देश दिए हैं।
जनपद पौड़ी में मनरेगा कार्यों की निगरानी व शिकायत निस्तारण के लिए 2013-14 में लोकपाल की नियुक्ति हुई थी। उस समय पहले लोकपाल के रुप में डॉ. ओम प्रकाश भट्ट ने जिम्मेदारी संभाली थी। लोकपाल सुत्ता लाल के बाद विगत तीन सालों से पौड़ी जनपद में लोकपाल का पद रिक्त चल रहा था। अपर सचिव मनीषा पंवार ने अब पौड़ी के लोकपाल पद पर डॉ. अरुण कुकसाल की नियुक्ति का आदेश जारी किया है। उन्होंने एक माह के भीतर पदभार संभालने के निर्देश दिए हैं। डा. कुकसाल साहित्य संसार, समाज विज्ञान, घुम्मकड़ी प्रवृत्ति के लिए प्रदेश में अलग पहचान रखते हैं। वर्ष 2016 में उन्होंने यूकोस्ट से वरिष्ठ समाज वैज्ञानिक के पद स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ले ली थी। इससे पहले वे गिरी विकास अध्ययन संस्थान व उद्यमिता विकास संस्थान, लखनऊ यूपी, एससीआरटी नरेंद्रनगर में सरानीय सेवाएं दे चुके हैं। डॉ. कुकसाल मूल रुप से जिले की असवालस्यूं पट्टी स्थित चामी गांव के रहने वाले हैं। अर्थशास्त्र से पीजी व पीएचडी करने के बाद उन्होंने हिमालयी क्षेत्र के समाज के सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक, सांस्कृतिक व साहित्यिक मुद्दों पर लगातार लेखन कार्य किया है। वे सेवानिवृत्ति के बाद अपने गांव चामी में पुस्तकालय का संचालन, कंप्यूटर प्रशिक्षण व कैरियर काउंसिलिंग कार्य में सक्रिय हैं।