तपिश और लू से संबंधित बीमारियों से निपटने के लिए केंद्र ने किया सतर्क, स्वास्थ्य केंद्रों पर पर्याप्त दवाएं सुनिश्चित करने के दिए निर्देश
नई दिल्ली। देश के एक बड़े हिस्से के लू के चपेट में देखते हुए केंद्र सरकार ने एलर्ट जारी किया है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने केंद्र और राज्यों के सभी विभागों को लू से निपटने के लिए पिछले साल जारी गाइडलाइंस का पालन करने और इससे बचने के लिए आम जनता को सतर्क करने को कहा है। स्वास्थ्य सचिव के अनुसार मौसम विभाग ने पहले ही मार्च से लेकर मई तक पश्चिमी, मध्य और उत्तरी भारत के बड़े इलाके में सामान्य से अधिक तापमान रहने की पूर्वानुमान जारी किया था।
इसके बाद स्वास्थ्य मंत्रालय ने 15 मार्च को एडवाइजरी जारी कर राज्यों के इसके लिए जरूरी तैयारी करने की एडवाइजरी जारी की थी। यही नहीं, राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) ने मध्य अप्रैल में सभी राज्यों को स्वास्थ्य केंद्रों पर लू से वासंबंधित बीमारियों के इलाज के लिए पुख्ता इंतजाम करने को कहा था।
वहीं इंटीग्रेटेड डिजीज सर्विलांस प्रोग्राम के तहत एनसीडीसी जिला स्तर पर लू से संबंधित बीमारियों पर नजर रख रहा है। स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों को हर दिन इससे संबंधिक डाटा एनसीडीसी को भेजने को कहा है। ताकि जरूरत के मुताबिक केंद्रीय सहायता उपलब्ध करायी जा सके। स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों को स्वास्थ्य केंद्रों पर लू से संबंधित बीमारियों के इलाज के पर्याप्त मात्रा में दवाइयां उपलब्ध कराने को कहा है। इसके साथ पर्याप्त में पीने का पानी भी रखने की जरूरत बताई है।
कई राज्यों में बिजली की किल्लत को देखते हुए स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों को स्वास्थ्य केंद्रों पर अबाध बिजली सप्लाई सुनिश्चित कराने को कहा है ताकि एसी, कूलर और पंखे को लगातार चलाया जा सके। लू से बचने और इससे जुड़ी बीमारियों के इलाज के लिए एनडीसीडी ने क्या करें, क्या न करें की विस्तृत जानकारी राज्यों के साथ साझा की है। स्वास्थ्य सचिव ने राज्यों को आम जनता को इसके बारे में सचेत करने को कहा है।