उत्तराखंड

मानसून में पड़ रही उत्तराखंड में बरसात की मार, 80 फीसदी तक घट गया पर्यटन कारोबार

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देहरादून। मानसून में बरसात की वजह से उत्तराखंड में पर्यटन कारोबार में 80 : तक की गिरावट आ गई है। यात्रा सीजन के दौरान जहां होटलों की बुकिंग शत प्रतिशत रही, वहीं अब बुकिंग 10 से 20 : के बीच सिमट गई है। ऐसे में कई व्यवसायियों ने होटलों से कुकिंग स्टाफ में भी कटौती कर दी है। कारोबार गिरने से ट्रेवल एजेंसी और टैक्सी संचालक भी पूरी तरह प्रभावित हुए हैं। टैक्सी चालक अब बामुश्किल 500 -1000 रुपये तक प्रतिदिन का लाभ कमा पा रहे हैं।
गोपेश्वर: 95 :तक होटल बुकिंग गिरी
गोपेश्वर। बदरीनाथ धाम आने वाले यात्रियों की संख्या 20 हजार से घट कर तीन हजार तक सीमित हो गई है। होटलों में एडवांस में ही फुल रहने वाली बुकिंग 95 प्रतिशत तक कम हो गई है। इसके कारण रेट भी गिर गए हैं। बदरीनाथ टैक्सी यूनियन के अध्यक्ष तिजेन्द्र सिंह चौहान ने बताया कि सीजन के समय प्रतिदिन हर वाहन चालक छह से सात हजार रुपये कमाता था। अब ड्राइवर बामुश्किल 500 रुपये प्रतिदिन कमा पा रहे हैं। कारोबारियों को उम्मीद है कि बरसात के बाद कारोबार तेज होगा।
हरिद्वार: कारोबारियों को कांवड़ से उम्मीद
हरिद्वार। होटल कारोबार अब 45 प्रतिशत रह गया है। सीजन में प्रतिदिन एक लाख तक का कारोबार करने वाले होटल कारोबारियों की कमाई अब 30 से 40 हजार के बीच ही रह गई है। परिवहन कारोबार भी 80 से 90 प्रतिशत कम हो गया है। प्रतिदिन 5000 का कारोबार करने वाले ट्रेवल्स कारोबारियों की कमाई अब 500 रुपये ही रह गई है। बाजार का कारोबार भी 70 से 75 फीसदी कम हुआ है। प्रतिदिन 10 हजार तक होने वाली कमाई तीन हजार ही रह गई है। सीजनल स्टफ हटाया गया है। हरिद्वार में 50 फीसदी सीजनल स्टफ रखा जाता है। अधिकतर इसमें पढ़ने वाले छात्र होते हैं।
रुद्रप्रयाग: होटल कारोबार में 80: की कमी
रुद्रप्रयाग। रुद्रप्रयाग में दस दिनों में 80 : कारोबार कम हुआ। 50 फीसदी से अधिक परिवहन कारोबार कम हुआ है। श्रीकेदारधाम होटल एसोसिएशन केदारघाटी के सचिव नितिन जमलोकी ने बताया कि होटल लज कारोबार 80 फीसदी कम हुआ है। सीतापुर, सोनप्रयाग, गौरीकुंड और केदारनाथ में ही हल्का कारोबार हो रहा है। वहीं होटल लज में सीजनल काम करने वाले लोगों को भी लौटाया जा रहा है। टैक्सी यूनियन गुप्तकाशी के अध्यक्ष राय राणा ने कहा कि परिवहन कारोबार में 50 : से अधिक की कमी आ गई है।
चंपावत: 200 वाहन किए सरेंडर
चम्पावत। एबट माउंट, श्यामलाताल, पूर्णागिरि, बूम स्थित पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की संख्या 75 प्रतिशत तक कम हो गई है। बूम क्षेत्र में राफ्टिंग कारोबार भी बंद हो गया है। होटल बुकिंग, बाजार कारोबार और परिवहन कारोबार में करीब 70 फीसद की गिरावट आई है। 200 से अधिक वाहनों को परिवहन विभाग में सरेंडर भी किया जा चुका है। होटलों ने सीजनल स्टाफ को नहीं हटाया है।
ऋषिकेशरू वीकेंड के भरोसे नगर का पर्यटन कारोबार
ऋषिकेश। होटल, बाजार और परिवहन कारोबार 50 प्रतिशत तक कम हो गया है। सीजनल स्टफ को अभी नहीं हटाया गया है। होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष विजय बिष्ट का कहना है कि वीकेंड पर अभी भी पर्यटकों की भीड़ हो रही है। सामान्य दिनों में कारोबार 50 प्रतिशत तक घट गया है। व्यापार महासंघ अध्यक्ष राजेश भट्ट का कहना है कि बरसात में बाजार का कारोबार घट जाता है।
नैनीताल: रौनक घटी
नैनीताल। पर्यटन कारोबार 50 फीसदी कम हुआ है। होटल बुकिंग, बाजार कारोबार और परिवहन कारोबार में 30 से 40 प्रतिशत की गिरावट आई है। व्यापार मंडल अध्यक्ष पुनीत टंडन तथा होटल एसोसिएशन के पदाधिकारी दिग्विजय सिंह बिष्ट ने बताया कि प्रतिदिन करीब 5 लाख रुपये का नुकसान हो रहा है। हालांकि फिलहाल सीजनल स्टाफ नहीं हटाया गया है।
मसूरी: 20 फीसदी कारोबार घटा
देहरादून। मसूरी होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय अग्रवाल ने बताया कि बरसात के बाद बुकिंग में पिछले 10 दिनों में 20 फीसदी तक की कमी आई है। ट्रेवल कारोबार में भी 25 फीसदी तक की कमी आई है। यहां किसी भी स्टाफ को नहीं हटाया गया है। व्यापार संघ के अध्यक्ष रजत अग्रवाल ने बताया कि कारोबार में 40 से 50 प्रतिशत तक की कमी आई है।
अल्मोड़ा 60 : तक गिरा कारोबार
अल्मोड़ा। कसारदेवी, बिनसर, जागेश्वर, शौकियाथल पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की संख्या 40 फीसद रह गई है। होटल बुकिंग, बाजार कारोबार और परिवहन कारोबार में करीब 60 फीसदी की गिरावट आई है। होटलों ने सीजनल स्टाफ को नहीं हटाया है।
श्रीनगररू 70 : बुकिंग हुई कम
श्रीनगर गढ़वाल। होटल बुकिंग में 70: की गिरावट आ है। होटल स्वामियों ने करीब 30 प्रतिशत सीजनल स्टाफ कम किया है। होटल एसोसिएशन श्रीनगर के सरंक्षक नरेश नौटियाल ने बताया कि 25 के बाद होटलों की बुकिंग में गिरावट आई है। ये गिरावट 10 दिन में 70: तक कम हो गई है।
बागेश्वर: होटलों में कुकिंग स्टाफ कम
बागेश्वर। कौसानी में पर्यटकों की संख्या 20 फीसदी रह गई है। होटल बुकिंग, बाजार कारोबार और परिवहन कारोबार में 80 फीसदी गिरावट आई है। कुछ होटलों से कुकिंग स्टाफ कम किया गया है। होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष बबलू नेगी ने बताया कि होटलों में अधिकतर कर्मचारी आस पास के गांव के होते हैं।
उत्तरकाशी की सात सड़कें बंद
उत्तरकाशी। उत्तरकाशी जिले में बारिश के कारण सड़कों के बंद होने का सिलसिला जारी है। जिले में बीती शुक्रवार रात भारी बारिश के कारण 11 ग्रामीण मोटरमार्ग यातायात के लिए ठप हो गए। हालांकि शनिवार दोपहर बाद कुछ सड़कें खुलने पर ग्रामीणों ने राहत की सांस ली। सात मोटरमार्ग अभी भी आवाजाही के लिए बंद हैं। उधर, गंगोत्री व यमुनोत्री नेशनल हाईवे पर यातायात निर्बाध रूप से जारी है। रात्रि में हुई बारिश के कारण शनिवार को सुबह जिले में एक दर्जन सड़कों पर आवाजाही बंद हो गई थी। बारिश के कारण थाती-धारकोट मुसड़गांव मोटरमार्ग, नौगांव स्योरी, गमदिड़ गांव-देवल, आराकोट भुटाणु, भुक्की कुंज्जन, नाकुरी सिंगोट व धरासू-जिब्या तराकोट मोटरमार्ग यातायात के लिए ठप पड़े हैं। इनमें जिब्या तराकोट व नौगांव-स्योरी मोटरमार्ग तीन-चार दिनों से ठप पड़े हैं, जिसके चलते ग्रामीणों को आवागमन संबंधी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। हालांकि विभागों ने शनिवार तक इन मार्गों को खोलने का दावा किया है, लेकिन जिले में रिमझिम बारिश के बीच सड़कें खोलने में दिक्कतें आने से इन मार्गों के देर शाम तक आवाजाही के लिए खुलने की संभावना नजर नहीं आ रही। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया कि सड़कों को खोलने के लिए विभागीय मशीनरी मौके पर मौजूद है।

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