साइबर क्राइम और उग्रपंथी संगठन आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा: शाह बोले
जयपुर, एजेंसी। राजस्थान के जयपुर में नर्थ जोनल काउंसिल की बैठक में आंतरिक सुरक्षा पर विशेष फोकस किया गया। बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आंतरिक सुरक्षा के नए खतरों पर चिंता जताई। उन्होंने कहा, साइबर क्राइम और उग्रपंथी संगठन आंतरिक सुरक्षा के लिए खतरा बन रहे हैं। सभी राज्य इनकी गतिविधियों को लेकर सतर्क रहे साथ ही इन्हें कंट्रोल करने के लिए आपसी तालमेल से काम करें।
बैठक में साइबर क्राइम, पुलिस मडर्नाइजेशन, सीमा पार आंतकवाद और आंतरिक सुरक्षा सहित 47 मुद्दों पर चर्चा की गई। जिनमें से 35 का समाधान भी कर दिया गया है। इसके अलावा राष्ट्रीय स्तर के 4 मुद्दों को विशेष रूप में चिन्हित किया गया है। इनमें ग्रामीण क्षेत्रों में बैंकिंग सेवाओं में सुधार, महिलाओं और बच्चियों से दुष्कर्म की वारदात, ज्यादा से ज्यादा फास्ट-ट्रैक कोर्ट बनाना और प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) को लागू करना।
बता दें कि नर्थ जोनल काउंसिल की बैठक शामिल होने के लिए गृहमंत्री अमित शाह सुबह जयपुर पहुंचे थे। जहां से वे सीधे होटल रामबाग पैलेस पहुंचे और बैठक में शामिल हुए। इस बैठक में चार राज्यों के मुख्यमंत्री, तीन केंद्र शासित प्रदेश के उपराज्यपाल सहित जनप्रतिनिधि और अधिकारी शामिल हुए।
राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर, हिमाचल प्रदेश के सीएम जय राम ठाकुर, लद्दाख के उपराज्यपाल राधा ष्ण माथुर, दिल्ली के उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना, पंजाब के राज्यपाल और चंडीगढ़ के प्रशासक बनवारीलाल पुरोहित के साथ-साथ इन राज्यों के वरिष्ठ अधिकारी बैठक में मौजूद रहे। इससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव और पार्टी के प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़, जयपुर के सांसद रामचरण बोहरा और पार्टी के अन्य नेताओं ने एयरपोर्ट पर अमित शाह का स्वागत किया।
श्रीलंका में जारी आर्थिक संकट के बीच जनता का गुस्सा अब तक शांत नहीं हुआ है। देशभर में तेल और बाकी जरूरत के सामान की कमी के बीच लोग एक बार फिर सड़कों पर हैं। प्रदर्शनकारियों की भीड़ ने शनिवार को राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे के इस्तीफे की मांग के साथ उनके आवास का घेराव कर लिया।
कुछ प्रदर्शनकारी राष्ट्रपति आवास के परिसर तक घुस आए थे। इसके बाद सुरक्षाबलों ने राष्ट्रपति को आवास से बाहर निकाल कर सुरक्षित स्थान तक पहुंचाया। श्रीलंका के एक टीवी चौनल सिरासा टीवी की ओर से जारी फुटेज में तो भीड़ को राष्ट्रपति आवास के अंदर घुसते भी देखा जा सकता है।
प्रदर्शन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रपति भवन पर कब्जा कर लिया। इस दौरान वे सरकारी आवास के मेन गेट पर चढ़कर बढ़ती महंगाई को लेकर विरोध जताया।
इस दौरान सुरक्षाबल पानी की बौछारों और आंसू गैस के गोले छोड़कर भीड़ को तितर-बितर करने की कोशिश करती रही। प्रदर्शन के दौरान करीब 30 से ज्यादा लोग घायल हो गए।
राष्ट्रपति भवन पर प्रदर्शनकारियों के कब्जे के बाद महिला की तस्वीर सामने आई है। इसमें प्रदर्शनकारी महिला कुर्सी पर बैठी है और उसके चेहरे पर एक बड़ी मुस्कान भी है।