बिग ब्रेकिंग

मौसम की मार: बारिश के बाद 118 नेशनल हाईवे-सड़कों पर यातायात ठप

Spread the love
Backup_of_Backup_of_add

देहरादून। उत्तराखंड में हो भारी बारिश से 181 सड़कें बंद हो गई। जिसमें एक राष्ट्रीय राजमार्ग, 22 राज्य मार्ग, आठ मुख्य मार्ग बंद हैं। इस वजह से राज्य भर में लोगों को आवाजाही में भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। लोनिवि के प्रमुख अभियंता अयाज अहमद ने बताया कि गुरुवार को ही बारिश की वजह से 110 सड़कें बंद हुई।
जबकि 117 सड़कें पहले से बंद थी। उन्होंने कहा कि विभाग के प्रयासों से देर सांय तक 47 सड़कों को यातायात के लिए खोल दिया गया है। इसके बाद अब 181 सड़कें बंद चल रही हैं। उन्होंने कहा कि सड़कों को खोलने के लिए राज्य भर में 289 जेसीबी मशीनों को तैनात किया गया है।
प्रमुख बंद सड़कें: प्रमुख अभियंता ने बताया कि एनएच 58 कल्यासौड़ से खांकरा के बीच बंद है। इसके अलावा थराली – वाण मोटर मार्ग, ग्वाल्दम-नंद केशरी, आदिबद्री- नौटी, खिर्सू- खांकरा, मयाली- गुप्तकाशी, गुप्तकाशी- कालीमठ- चौमासी, बांसवाड़ा- मोहनखाल, मक्कू- भीरी, घट्टूघाट- बीरोंखाल, कर्णप्रयाग- नौटी, नरेंद्र नगर- रानपोखरी मार्ग, लोहाघाट- सिमलखेत मार्ग प्रमुख रूप से बंद हैं।
उत्तराखंड में जारी रहेगा बारिश का क्रम
मानसून की घोषणा होने के साथ प्रदेश में बारिश के सिलसिले में भी तेजी आई है। गुरुवार को राज्य के अनेक हिस्सों में अच्छी व कहीं कहीं भारी बारिश दर्ज की गई। मौसम विभाग ने चार जुलाई तक राज्य के अधिकांश जिलों में बारिश का अरेंज व यलो अलर्ट जारी किया है। चार के बाद राज्य में बारिश में तेजी आने का पूर्वानुमान है। मौसम विभाग द्वारा जारी पूर्वानुमान के मुताबिक एक जुलाई को उत्तरकाशी, रुद्रप्रयाग, चमोली, बागेश्वर, पिथौरागढ़, नैनीताल, देहरादून जिलों में कहीं कहीं भारी से बहुत भारी बारिश का अरेंज अलर्ट है।
यात्री रुक-रुक कर भेजे गए केदारनाथ धाम
रुद्रप्रयाग। बीती रात से हो रही भारी बारिश के चलते केदारनाथ यात्रा में तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए यात्रियों की आवाजाही कराई जा रही है। गुरुवार को सुबह भारी बारिश रही जिससे 10 बजे तक यात्रियों को सोनप्रयाग में ही सुरक्षित रहने को कहा गया जबकि इसके बाद रुक-रुक यात्रियों की आवाजाही कराई गई। 12 बजे तक गौरीकुंड से कुल 1375 यात्री केदारनाथ भेजे गए।
मानसून की शुरू बारिश से ही केदारनाथ यात्रा में भी मुश्किलें पैदा हो गई है। हालांकि प्रशासन द्वारा तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते ही यात्रा मार्ग पर यात्रियों की आवाजाही कराई जा रही है। ताकि किसी तरह की कोई दुर्घटना न हो। बीते दिन सोनप्रयाग और गौरीकुंड के बीच पहाड़ी से पत्थर गिरने के कारण यात्रियों को मौसम के अनुकूल होने पर ही समय समय पर छोड़ा जा रहा है।
वहीं केदारनाथ से नीचे आने वाले यात्रियों को भी अत्यधिक बारिश होने पर सुरक्षित स्थानों पर रुकने को कहा गया है। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने बताया कि भारी बारिश के चलते मौसम पर पूरी निगरानी रखते हुए ही यात्रियों की आवाजाही कराई जा रही है। यात्रियों की सुरक्षा का विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
कपकोट में पंतनगर के निवासी युवक की बिजली गिरने से मौत
कपकोट। शिखर मूल नारायण मंदिर जा रहा एक युवक आकाशीय बिजली की चपेट में आ गया। इससे उसकी मौत हो गई। उनकी टीम में शामिल अन्य चार श्रद्घालु घटना में बाल-बाल बच गए । पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, मूल रूप से बागेश्वर जिले के बसकूना और हाल नैनीताल नगला, पंतनगर (ऊधमसिंह नगर) निवासी 28 वर्षीय हेमंत राठौर पुत्र राम सिंह राठौर परिजनों के साथ शिखर मूल नारायण मंदिर के दर्शन के लिए जा रहे थे।
मंदिर से लगभग पांच मीटर नीचे रास्ते में मौसम अचानक खराब हो गया। बताया जा रहा है कि वह आकाशीय बिजली की चपेट में आ गए। इससे वे गंभीर रूप से झुलस गए थे, जबकि अन्य लोग बाल-बाल बच गए। एसडीआरएफ की टीम ने रात में मशक्कत के बाद हेमंत का रेस्क्यू किया। उन्हें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कपकोट लाया गया, जहां डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पत्थर की चपेट में आने से यात्री की मौत
उत्तरकाशी। गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्वारी गाड के पास आंध्र प्रदेश निवासी एक तीर्थ यात्री की पहाड़ी से आये पत्थर लकी चपेट में आने से मौत हो गई। मृतक तीर्थ यात्री अपने अन्य साथियों के साथ गंगोत्री धाम की यात्रा करने के बाद उत्तरकाशी की ओर आ रहा था। जिला आपदा कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार घटना सांय 06 बजे की है।
जहां आंध्र प्रदेश निवासी बी बाला जी पुत्र राधा ष्णन अपने साथियों के साथ गंगोत्री धाम की यात्रा कर लौट रहे थे। स्वारी गाड के पास गंगोत्री हाईवे के बंद होने पर वह गाडी से उतरे ओर बाहर मार्ग खोलने की राह देख रहे थे। इसी दौरान पहाड़ी से पत्थर आया और उनके सिर से जा टकराया। जिससे वह गंभीर रूप से चोटिल हो गए। मौके पर मौजूद अन्य साथियों ने उन्हें अस्तपाल ले गए। लेकिन अस्पताल पहुंचने से पूर्व उनकी मौत हो गई। शव को पीएम की कार्यवाही के लिए जिला अस्पताल लाया जा रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!