उत्तराखंड

भैयादूज पर्व पर किया निराश्रित घायल पशुओं का उपचार

Spread the love
Backup_of_Backup_of_add

रुद्रप्रयाग। भैयादूज के पावन पर्व पर विश्व अखाड़ा परिषद (गौ रक्षा विभाग) की टीम ने नगर क्षेत्र में निराश्रित घूम रही घायल गायों का ट्रीटमेंट किया, जबकि मंगलवार देर रात के समय तूना-बौंठा मोटरमार्ग पर बर्सू प्रतिक्षालय के नजदीक अंधेरे में फंसी गाय और उसके बछड़े की भी जान बचाई। गौ रक्षा विभाग के इस नेक कार्य की जिले में चारों ओर वाहवाही हो रही है और गायों के संरक्षण को लेकर लोग आगे आने लगे हैं। भैयादूज के पावन पर्व पर नगर क्षेत्र में निराश्रित घूम रही घायल गाय एवं नंदी के उपचार को लेकर विश्व अखाड़ा परिषद (गो रक्षा विभाग) की टीम ने अभियान चलाया। अभियान के तहत दो गायों एवं दो नंदी का ट्रीटमेंट किया गया, जबकि अन्य बेसहारा गायों को सब्जी विक्रेताओं की मदद से दुकान में बची सब्जी और फलों को खिलाया गया। इसके साथ ही जिला कलक्ट्रेट के नजदीक ग्राम पंचायत सांदर के मुख्य मार्ग पर स्थित गो धाम में गाय और नंदी के लिए चारापत्ति की व्यवस्था भी की। नगर क्षेत्र रुद्रप्रयाग में गायों के संरक्षण और उनके संवर्द्धन को लेकर लोग आगे आ रहे हैं। इस मौके पर पशुपालन विभाग के वेटरनरी फार्मासिस्ट इंद्रजीत, विश्व अखाड़ा परिषद (गौ रक्षा विभाग) के जिलाध्यक्ष रोहित डिमरी, महामंत्री भूपेन्द्र जगवाण, सचिव देवेन्द्र बिष्ट, विकास डिमरी, रोशन झा, आशू सेमवाल, अंकित राणा, विक्की कप्रवाण, धर्मेन्द्र कंडवाल, रोहित गोस्वामी सहित अन्य मौजूद थे। वहीं दूसरी ओर मंगलवार देर रात गो रक्षा विभाग की टीम ने तूना-बौंठा मोटरमार्ग पर बर्सू प्रतिक्षालय के नजदीक अंधेरे में फंसी गाय और नंदी का रेस्क्यू भी किया। स्थानीय निवासी विक्की कप्रवाण अपने घर की ओर जा रहे थे तो उन्हें बर्सू प्रतिक्षालय के नजदीक एक गाय और नंदी दिखाई दिया। यहां पर गुलदार का भय बना होने के बाद विक्की कप्रवाण ने इसकी जानकारी गो रक्षा विभाग के जिलाध्यक्ष रोहित डिमरी को दी। जिलाध्यक्ष ने सूचना का तत्काल संज्ञान लेते हुए गौ रक्षा विभाग की टीम के साथ मौके पर पहुंचे। इसके बाद घायल अवस्था में पड़ी गाय की बछिया को उठाकर बोलेरो वाहन में रखा गया और सुरक्षित ढंग से बछिया को अस्पताल पहुंचाकर ट्रीटमेंट किया गया, जबकि गाय को भी सुरक्षित स्थान पर रखा गया। स्थानीय निवासी विक्की कप्रवाण ने बताया गाय और नंदी के संरक्षण और उनके संवर्धन को लेकर विश्व अखाड़ा परिषद का गौ रक्षा विभाग बेहतर कार्य कर रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!