हरेला पर्व पर एसजीआरआर लालपानी में किया वृक्षारोपण
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। शुक्रवार को हरेला पर्व के अवसर पर श्री गुरू राम राय पब्लिक स्कूल लालापनी में औषधीय, छायादार, फलदार प्रजाति के पौधों का रोपण कर उनके संरक्षण का संकल्प लिया। प्रधानाचार्य ने कहा कि हरेला पर्व का मुख्य उद्देश्य पर्यावरण और जल संरक्षण से है। इसके लिए हम सबको इस अभियान में मिलकर काम करने की जरूरत है।
श्री गुरू राम राय पब्लिक स्कूल लालपानी में प्रधानाचार्य श्रीमती अनुपमा शर्मा के नेतृत्व में वृक्षारोपण किया गया। इस दौरान अमरूद, कटहल सहित फलदार और औषधीय प्रजाति के वृक्ष रोपकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। प्रधानाचार्य श्रीमती अनुपमा शर्मा ने शिक्षक-शिक्षिकाओं एवं छात्रों को अधिक से अधिक संख्या में पौधरोपण करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि मात्र पौधरोपण तक सीमित न होकर संरक्षित और जीवंतता देना भी प्रत्येक मानव की भावना होनी चाहिए। आज के दौर में पर्यावरण को बढ़ते प्रदूषण के खतरे से जहां भारी जल संकट का खतरा पैदा हो रहा है, वहीं जंगल भी समाप्त हो रहे हैं। ऐसे में इसका बड़ा खामियाजा जीव-जंतुओं को भुगतना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि पौधरोपण करने से पर्यावरण को फायदा तो होगा ही, साथ ही जल संकट से भी निजात मिलेगी। शिक्षिका वैजयंती नेगी और मीना थलेड़ी ने कहा कि उत्तराखण्ड में हरेला का पर्व मनाया जा रहा है। हरेला पर्व हरियाली का प्रतीक है। प्रकृति का सर्वश्रेष्ठ उपहार वन है। पेड़ों की हरियाली के बिना मानव जीवन की कल्पना करना व्यर्थ है। वन पृथ्वी की अमूल्य धरोहर हैं। उन्होंने कहा कि वृक्ष मानव का सबसे बड़ा मित्र है। पर्यावरण संरक्षण से ही धरती पर जीवन का संरक्षण हो सकता है। वृक्ष लगाकर ही प्रकृति को संतुलित रखा जा सकता है। पेड़ आक्सीजन का सबसे बड़ा स्त्रोत है। इतना ही नहीं जलवायु को शांत रखने के साथ-साथ भोजन उपलब्ध कराते है। इस मौके पर मीनाक्षी थपलियाल, कल्पना रावत, राकेश नेगी, प्रकाश गौनियाल, नीरज कुकरेती, देवेश्वरी, विमला देवी, ज्योति नेगी, रिषिका नेगी, अंशिका नेगी, हार्दिक बिष्ट, अंश पसबोला आदि मौजूद थे।