प्रदेश की समस्याओं को लेकर संघर्ष करेगा उक्रांद
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: उत्तराखंड क्रांति दल ने प्रदेश की तरक्की के लिए संघर्ष करने का संकल्प लिया है। कहा कि प्रदेश की सत्ता में आने वाली राष्ट्रीय पार्टियों ने केवल जनता को गुमराह करने का कार्य किया है। इस दौरान दल ने उत्तराखंड को पिछड़ा राज्य घोषित करने की मांग की है। साथ ही बैठक में मुकेश चंद्र बड़थ्वाल को सर्वसम्मति से पुन: जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई।
रविवार को उत्तराखंड क्रांति दल की बैठक आयोजित की गई। पदाधिकारियों ने कहा कि प्रदेश के बेहतर विकास के लिए प्रदेशवासियों ने राज्य निर्माण का आंदोलन चलाया था। लेकिन, राज्य गठन के बाद सत्ता में पहुंची राष्ट्रीय पार्टियों ने केवल जनता को गुमराह करने का कार्य किया है। आज पर्वतीय क्षेत्रों में ग्रामीण मूलभूत सुविधाओं को तरस रहे हैं। बैठक में 11 जून को द्वारीखाल ब्लाक के अंतर्गत डाडामंडी में होने वाले सम्मेलन की तैयारियों को लेकर भी चर्चा की गई। वक्ताओं ने कहा कि सम्मेलन में दल के केंद्रीय अध्यक्ष काशी सिंह ऐरी सहित अन्य वरिष्ठ पदाधिकारी भाग लेंगे। कहा कि उत्तराखंड कांति दल जनता की समस्याओं को सुनकर उनके निराकरण के लिए संघर्ष करेगा। इस मौके पर केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष आनंद प्रकाश जुयाल, केंद्रीय प्रवक्ता शांति प्रसाद भट्ट, केंद्री उपाध्यक्ष महेंद्र सिंह रावत, पितृशरण जोशी, ऊषा चौहान, लक्ष्मी बिष्ट, रीना देवी, कल्पना रावत, पूनम शर्मा, पंकज उनियाल, अशोक कंडवाल, विनोद अग्रवाल, विनय भट्ट, मनमोहन नेगी, राजेंद्र सिंह, प्रमोद काला आदि मौजूद रहे।