विधायक की गलत नीतियों की वजह से कण्वाश्रम विकास से वंचित
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। प्रदेश के पूर्व काबीना मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी ने कण्वाश्रम के समग्र विकास की महत्वाकांक्षी योजना पर निर्माण कार्य शुरू कराने की मांग को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री को पत्र प्रेषित किया है। उन्होंने कहा कि क्षेत्रीय विधायक की गलत नीतियों के कारण ऐतिहासिक पर्यटक स्थल को विकसित होने से वंचित रह गया है। जिससे हजारों बेरोजगारों की आशाओं पर आघात पहुंचा है। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री से महर्षि कण्व की तपोस्थली एवं राजा भरत की क्रीड़ा स्थली कण्वाश्रम के शीघ्र निर्माण के लिए सम्बधित विभाग के अधिकारियों को निर्देशित करने की मांग की है।
प्रदेश के पूर्व मंत्री सुरेन्द्र सिंह नेगी ने प्रदेश के मुख्यमंत्री को भेजे पत्र में कहा कि पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में कण्वाश्रम के समग्र विकास करने एवं पर्यटक स्थल को विकसित करने के लिए 3.074 हेक्टयर वन भूमि पर्यटक विभाग को स्थानांतरित कर दी गयी थी। कण्वाश्रम के विकास के लिए 22 करोड़ रूपये स्वीकृत कर निर्माण कार्य शुरू करवा दिया था, लेकिन सत्ता परिवर्तन होने के बाद योजना अधर में लटक गई है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि क्षेत्रीय विधायक ने ठेकेदारों पर काम छोड़ने का दबाव बनाकर कण्वाश्रम में निर्माण कार्य रूकवा दिया है। क्षेत्रीय विधायक के द्वारा जमीन उपयुक्त न होने का भ्रम भी फैलाया गया। पूर्व मंत्री ने कहा कि उन्होंने उच्चाधिकारियों से संपर्क कर एक बार फिर से आईआईटी रूड़की से भूमि का स्वायल टेस्टिंग करवायी गई, जिसमें भूमि उपयुक्त पायी गई। एक बार फिर से क्षेत्रीय विधायक के द्वारा निर्माण कार्य को रूकवा दिया गया। उन्होंने कहा कि 7 दिसम्बर 2018 को महापौर के द्वारा शासन में हस्तक्षेप कर कण्वाश्रम में निर्माण कार्य शुरू करवाया गया, लेकिन क्षेत्रीय विधायक के द्वारा मालन नदी के अप स्ट्रीम में बेतहाशा खनन करवाकर कण्वाश्रम में निर्माण कार्य रूकवा दिया गया। पूर्व मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी ने कहा कि यदि समय से कण्वाश्रम का समग्र विकास की परिकल्पना पूरी हो जाती तो एक ओर जहां कण्वाश्रम पूरे विश्व पटल के मानचित्र पर स्थापित हो जाएगा, जिससे हजारों स्थानीय बेरोजगारों को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से रोजगार भी मिलेगा।