उत्तराखंड: तीसरी लहर के लिए कसी कमर, 10 जनवरी से वृद्घ, हेल्थ व फ्रंटलाइन वर्कर्स को लगेगी बूस्टर डोज
देहरादून। कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए प्रदेश सरकार ने कमर कस ली है। कोविड की दो डोज लगा चुके साठ वर्ष से अधिक आयु के वृद्घों, स्वास्थ्य कर्मियों और फ्रंटलाइन वर्कर्स को सुरक्षा कवच देने के लिए 10 जनवरी से बूस्टर डोज दी जाएगी।
मुख्य सचिव ड़ एसएस संधू ने सभी जिलाधिकारियों को इसकी पूरी तैयारी करने के निर्देश दिए। उत्तराखंड में पिछले एक हफ्ते में कोरोना संक्रमितों की संख्या में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। इसे देखते हुए सरकार ने भी महामारी को फैलने से रोकने के लिए उपाय शुरू कर दिए हैं।
गुरुवार को मुख्य सचिव ने सचिवालय में कोविड की तीसरी लहर की संभावना से निपटने के लिए तैयारियों की समीक्षा की। उन्होंने जिलाधिकारियों को अपने जिलों में कोविड की स्थिति पर लगातार नजर बनाए रखने व प्रतिदिन कोविड को लेकर उच्चाधिकारियों के साथ बैठक करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि कोविड अनुकूल व्यवहार का अनुपालन सुनिश्चित हो। आमजन को मास्क पहनने और सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए जागरूक किया जाए। सार्वजनिक स्थानों पर मास्क न पहनने वालों पर कार्रवाई हो। उन्होंने निर्देश दिए कि टेस्टिंग बढ़ाए जाने के साथ ही नियमित तौर पर डाटा अपलोड किया जाए, ताकि स्थिति का सही से अनुमान लगाया जा सके।
उन्होंने 15 से 17 वर्ष के किशोरों का अगले सात दिन में टीकाकरण करने के निर्देश दिए। कहा कि 100 प्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य शीघ्र से शीघ्र पूरा कर लिया जाए। 10 जनवरी से 60 वर्ष से अधिक के बुजुर्गों को बूस्टर डोज देने की तैयारी पूरी हो।
उन्होंने प्राथमिक व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों तक आवश्यक दवाओं, कोविड आईसोलेशन किट आदि की समुचित व्यवस्था करने के निर्देश दिए। होम आईसोलेशन की व्यवस्था को सुदृढ़ किए जाने के लिए सभी आवश्यक कदम समय से उठा लिए जाएं। कंट्रोल रूम सक्रिय हो जाएं। अस्थाई स्वास्थ्य सुविधाओं को संचालन अवस्था में रखा जाए। सामान्य बेड, अक्सीजन बेड और वेंटीलेटरयुक्त बेड की उपलब्धता रहे। बर्फ से प्रभावित क्षेत्रों में कोविड के लिए सुनियोजित तरीकेसे कार्य हों। संपर्क मार्ग अवरुद्घ होने से पहले व्यवस्थाएं हो जाएं।
कोविड की तीसरी लहर आए या नहीं या वह कितनी प्रभावित करेगी कहना मुश्किल है परन्तु हमें अपनी तैयारियां कोविड से एक कदम आगे रहकर करनी हैं। इसके लिए पूरे सिस्टम को एकजुट होकर प्रभावी तौर पर कार्य करना होगा।
– ड़ा एसएस संधू, मुख्य सचिव, उत्तराखंड शासन