भूस्खलन प्रभावित पुलिंडा के ग्रामीणों ने उठाई विस्थापन की मांग
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : भूस्खलन से प्रभावित दुगड्डा ब्लॉक के घाड़ क्षेत्र के पुलिंडा गांव के वाशिंदों ने उनके विस्थापन व पुनर्वास की मांग उठाई है। कहा कि पूर्व में आश्वासन के बाद भी अब तक विस्थापन पर ध्यान नहीं दिया गया है। ग्रामीणों ने अन्य जनपदों के गांव के जैसे उन्हें भी विस्थापित करने की मांग की है।
समस्या के संबंध में विस्थापन एवं पुनर्वास संघर्ष समिति ने मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा। समिति के अध्यक्ष केएस नेगी ने बताया कि दुगड्डा ब्लाक के घाड़ क्षेत्र के अंतर्गत पुलिंडा गांव में 1978 से लगातार भूस्खलन हो रहा है। स्थिति यह है कि गांव में हो रहे भूस्खलन से कई घरों में दरारें पड़ चुकी हैं। ग्रामीण शासन प्रशासन से लगातार उनके पुनर्वास की मांग कर चुके हैं, लेकिन अभी तक कोई सुनवाई नहीं हो रही है। कहा कि गांव के विस्थापन और पुनर्वास के लिए कई बार प्रस्ताव भेजे गए हैं। लेकिन, कोई कार्रवाई नहीं हुई। नतीजा, बरसात के समय ग्रामीणों को भूस्खलन का अधिक खतरा बना रहता है। कहा कि जैसे सरकार ने रूद्रप्रयाग, चमोली, टिहरी, उत्तरकांशी सहित अन्य आपदा प्रभावित क्षेत्रों के ग्रामीणों को विस्थापित किया उसी तरह पुलिंडा के वाशिंदों को भी अन्यत्र विस्थापित किया जाना चाहिए।