उत्तराखंड

आश्वासन के बाद उठे आमरण अनशन पर बैठे ग्रामीण

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बागेश्वर। तहसीलदार के आश्वासन के बाद आमरण अनशन पर बैठे ग्रामीण उठ गए हैं। तहसीलदार ने उन्हें जूस पिलाकर अनशन स्थल से उठाया। अब प्रशासन खनन क्षेत्र का दोबारा सर्वे करेगा। मालूम हो कि तहसील के बखेत सोप स्टोन और जागनाथ मिनरल्स के विरुद्घ ग्रामीण आमरण अनशन पर बैठ गए थे। उनका अरोप था कि पिछले 20 वर्ष से उनकी भूमि बिना अनुमति की खोदी जा रही है। उन्हें मुआवजा तक नहीं मिल रहा है। रविवार को उपजिलाधिकारी मोनिका आंदोलन स्थल पर पहुंची और आंदोलनकारियों से वार्ता की। उन्होंने आंदोलनकारियों से कहा कि अनुबंध के तहत कार्य होगा। एक हफ्ते के भीतर उपजिलाधिकारी, खान अधिकारी, तहसील प्रशासन की संयुक्त टीम के द्वारा खनन क्षेत्र का निरीक्षण किया जाएगा। जिस काश्तकार की जितनी जमीन होगी उसी के सापेक्ष मुवाजवा दिया जाएगा। इसके बाद अनशनकारियों ने अपना अनशन समाप्त किया। तहसीलदार महेश चंद्र तिवारी ने जूस पिलाकर अनशन पर बैठे सामाजिक कार्यकर्ता बालष्ण, प्रमोद राम, पूरन राम, आनंद राम, नंद राम, विनोद प्रसाद, महीप कुमार, जगदीश कुमार, हेंत कुमार, दीवान राम को उठाया।

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