ग्रामीणों ने रोका रेल परियोजना का निर्माण कार्य
कहा 150 आवासीय भवनों पर मंडरा रहा खतरा
श्रीनगर गढ़वाल : ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेल परियोजना के निर्माण कार्य से विकासखंड कोट के अंतर्गत कांडी, रामपुर, मरगुड़ गांव के 150 आवासीय भवनों पर खतरा मंडरा रहा है। इससे गुस्साए लोगों ने रेल परियोजना का निर्माण कार्य रोका और रेल परियोजना तक जाने वाले मार्ग को रोक दिया। मौके पर रेलवे प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया।
शनिवार को काण्डी, रामपुर, मरगुड़ गांव के आक्रोशित ग्रामीणों ने रेल परियोजना का निर्माण कार्य रोक कर रेल परियोजना तक जाने वाले मार्ग को बाधित कर दिया। पितांबरी देवी ने कहा कि परियोजना में हो रहे विस्फोटकों के प्रयोग से मकानों में दरारें आ गईं हैं, जिसके चलते वे डर के साये में जी रहे हैं। लगातार सुरंग निर्माण कार्यों में हो रहे विस्फोटक से गांव के जलस्रोत भी सूख गये हैं। विनीता देवी ने कहा कि ब्लास्टिंग के चलते मकान पूरी तरीके से क्षतिग्रस्त हो गये हैं। परियोजना से निकलने वाला पानी घरों के आगे बहने से बीमारियां पैदा होने का खतरा बना हुआ है। ग्रामीण बसंती देवी ने कहा कि शिकायत के बावजूद रेलवे और प्रशासन का कोई भी अधिकारी देखने तक नहीं आया है। कहा कि घर और बच्चों की चिंता के खातिर वह सड़क मार्ग और परियोजना का काम बाधित करने पर उतर आये हैं। ग्रामीणों ने प्रशासन से गुहार लगाई है कि जल्द से जल्द उनके घर का सुधारीकरण का कार्य किया जाए। सामाजिक कार्यकर्ता संदीप रावत ने कहा कि रेलवे परियोजना के कार्य में अनियमितताएं हो रही हैं और दिन प्रतिदिन घरों में दरारें बढ़ रही हैं। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने ग्रामीणों को शांत करने की कोशिश की लेकिन तभी भी ग्रामीण आन्दोलन पर डटे हुए हैं। रेलवे विकास निगम के प्रबन्धक विनोद बिष्ट ने बताया कि ग्रामीणों की शिकायतों को उच्च अधिकारियों तक भेजा गया है। जैसे ही उच्च स्तर से आदेश आएगा उस आधार पर कार्य शुरू कर दिया जायेगा। मौके पर जितेंद्र सिंह बिष्ट, पवन बिष्ट, अमन, सुमित, अमीषा, बसंती देवी, विनीता देवी आदि मौजूद रहे। (एजेंसी)