डीएम ने की तहसील व ब्लाक के प्रशासनिक एवं चिकित्सा अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक
चमोली। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने गुरूवार को तहसील व ब्लाक के प्रशासनिक एवं चिकित्सा अधिकारियों के साथ वर्चुअल बैठक कर कोविड संक्रमण के प्रभावी रोकथाम हेतु संचालित कार्यो की गहनता से समीक्षा की। इस दौरान जिलाधिकारी ने कोविड के बढते मामलों के दृष्टिगत स्वास्थ्य विभाग में अस्थाई तौर पर नियुक्त 3 फार्मेसिस्ट, 2 लैब टैक्निशियन, 8 डेटा एन्ट्री ऑपरेटर, 3 वार्ड वॉय और 2 वाहन चालकों के ज्वाइनिंग के संबध में एमओआईसी से जानकारी ली। उन्होंने कहा कि कोविड के लिए आयुष के चिकित्सकों की भी अतिरिक्त ड्यूटी लगाई गई है। जिलाधिकारी ने सभी एमओआईसी को निर्देश दिए कि ग्रामीण क्षेत्रों में जहॉ पर कुछ कोविड के पॉजिटिव केस सामने आ रहे है वहॉ पर पूरे गांव की सैंपलिंग की जाए। कहा कि जिन लोगों में कोविड के लक्षण दिख रहे है, उनका मौके पर ही रैपिड एंटीजन टेस्ट किया जाए। ताकि कोविड संक्रमित मरीज को तत्काल उपचार मिल सके और इसको फैलने से रोका जा सके। इसके साथ ही गांव क्षेत्रों में बुखार एवं अन्य बीमारियों से पीडित लोगों का भी स्वास्थ्य परीक्षण कर मौके पर उपचार किया जाए। जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिए कि किसी भी गांव में कोविड सैंपलिंग व वैक्सीनेशन के लिए मोबाइल टीम भेजने से पहले संबधित ग्राम प्रधान, आशा व आंगनबाडी कार्यकत्री को पूर्व में इसकी सूचना अवश्य दे। ताकि गांव में इनके सहयोग से मोबाइल टीम को अपना काम करने में आसानी रहें। उन्होंने बताया कि प्रत्येक गांव में ग्राम प्रधान की अध्यक्षता में कोविड नियत्रंण समिति गठित है, जिसमें आशा, आंगनबाडी कार्यकत्री, गांव के युवा एवं महिला मंगल दल तथा अन्य को सदस्य बनाया गया है। जिलाधिकारी ने सभी एमओआईसी को निर्देश दिए कि होम आइसोलेट मरीजों तक समय से मेडिकल किट उपलब्ध कराना भी सुनिश्चित किया जाए। इसके अतिरिक्त जिन लोगों में कोविड लक्षण दिख रहे है उनको भी मेडिकल किट दी जाए। आशा व एएनएम के पास भी मेडिकल किट रखी जाए ताकि जरूरत पडने पर मरीज को तत्काल किट दी जा सके। जिलाधिकारी ने बताया कि जिले में 30 हजार मेडिकल किट तैयार करने के लिए आवश्यक दवाइयों एवं अन्य सामग्री की खरीद हेतु कार्यवाही गतिमान है। उन्होंने कहा कि होम आइसोलेशन मरीजों का आशा के माध्यम से देखरेख करें और किसी मरीज की तबीयत खराब होने पर तत्काल हेल्थ फेसिलिटी में शिफ्ट करें। जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि कोविड गाइडलाइन के अनुसार होम आइसोलशन का पूरी तरह से अनुपालन सुनिश्चित कराया जाए। जो व्यक्ति संक्रमित है वो घर पर ही रहे। उन्होंने कहा कि जहॉ भी कन्टेनमेंट जोन बनाए गए है वहॉ पर भी नियमित रूप से स्वास्थ्य परीक्षण कराया जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि ब्लाक स्तर पर किसी भी चीज की जरूरत है तो तत्काल डिमांड करें और छोटी से छोटी समस्या को भी तत्काल संज्ञान में लाया जाए। उन्होंने ब्लाक स्तर पर भी मेडिकल किट डिस्ट्रीब्यूशन एवं स्टॉक की डेली मॉनिटरिंग की जाए। उन्होंने सभी एमओआईसी को कोविड कन्ट्रोल रूम के हेल्पलाइन नंबरों का भी व्यापक प्रचार प्रसार करने के निर्देश दिए। प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों ने ब्लाक स्तर पर उपलब्ध संशाधनों, मेडिकल उपकरणों एवं दवाईयों के स्टॉक जानकारी देते हुए मोबाइल स्वास्थ्य टीमों के भ्रमण कार्यो के बारे में जिलाधिकारी को अवगत कराया। कर्णप्रयाग व घाट एमओआईसी ने बताया कि उन्हें 1-1 अतिरिक्त वाहनों की आवश्यकता है। जिस पर जिलाधिकारी ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग को पूर्व में 16 वाहन उपलब्ध कराए गए है। उन्होंने सीएमओ को निर्देश दिए कि जहॉ पर भी वाहनों की आवश्यकता है अगले दो दिनों में वाहनों को अधिग्रहित कर उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी हंसादत्त पांडे, अपर जिलाधिकारी अनिल कुमार चन्याल, सीएमओ डा0 एमएस खाती, एसीएमओ डा0 उमा रावत, डीडीएमओ एनके जोशी सहित सभी एसडीएम एवं ब्लाकों के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी वर्चुअल माध्यम से जुड़े थे।