कौन बनेगा उत्तराखंड का मुख्यमंत्री, भाजपा हाईकमान ने मंथन किया तेज
जयन्त प्रतिनिधि।
नई दिल्ली/देहरादून : भारतीय जनता पार्टी के हाईकमान ने हालिया विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने वाले तीन राज्यों यूपी, मणिपुर व गोवा के सीएम करीब-करीब तय कर दिए हैं, लेकिन उत्त्तराखंड में सीएम पुष्कर सिंह धामी की हार के बाद पेंच फंसा हुआ है। मुख्य पेंच विधायकों व सांसदों के बीच नए नेता के चयन को लेकर देखा जा रहा है।
भाजपा नेतृत्व 2024 के लोकसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए किसी भी असफल प्रयोग से बचते हुए पांच साल के स्थायी सीएम पर फोकस किए हुए है। इस बीच, घमासान बढ़ता देख भाजपा की एक लॉबी ने चुने गए विधायकों में से ही सीएम बनाने का दबाव बढ़ा दिया है। इस मुहिम में संघ व भाजपा के वरिष्ठ नेता शामिल बताए जा रहे हैं। यह गुट हिमाचल के चुनाव में धूमल की हार के बाद नये चेहरे जयराम ठाकुर को मंत्री बनाने की दलील भी दे रहा है। इस दलील की आड़ में भाजपा की यह लॉबी हारे सीएम पुष्कर सिंह धामी को रिपीट किये जाने की मुहिम को भी चोट पहुंचा रही है। इस प्रेशर ग्रुप से जुड़े नेताओं का कहना है कि विधायकों में से ही सीएम चुनना बेहतर रहेगा। प्रदेश से लेकर केंद्र तक मौजूद यह लॉबी पश्चिम बंगाल के विधानसभा चुनाव में हार के बावजूद ममता बनर्जी के सीएम बनने पर भाजपा के अटैक की भी याद दिला रही है। उस समय नन्दीग्राम से हारने के बाद ममता बनर्जी के मुख्यमंत्री बनने को भाजपा ने एक बड़ा मुद्दा बनाया था। इस गुट का कहना है कि विधायकों में से सीएम बनाने से राज्य को 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले किसी भी उपचुनाव में नहीं जाना पड़ेगा। मौजूदा समय में भाजपा नेतृत्व विधायक व गैर विधायक सीएम को लेकर हर पहलू पर विचार कर रहा है। सांसदों में से सीएम बनाये जाने पर प्रदेश को दो उपचुनाव (लोकसभा/राज्यसभा व विधानसभा) से जूझना पड़ेगा। मोदी-अमित शाह के समय भी सांसद तीरथ सिंह रावत को सीएम बनाने और फिर इस्तीफा दिलवाने से भाजपा की काफी किरकिरी हुई थी।
हालांकि, दस मार्च के बाद विधायकों व सांसदों में लगभग 10 नाम सीएम पद के लिए उछल रहे हैं। इनमें पूर्व में भी कुर्सी के दावेदार रहे सतपाल महाराज, धनसिंह रावत, गणेश जोशी, सुबोध उनियाल, प्रेमचंद अग्रवाल, मदन कौशिक समेत सांसद अनिल बलूनी व निशंक का नाम उल्लेखनीय कहे जा रहे हैं। इस बीच, पर्यवेक्षक केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह व मीनाक्षी लेखी होली के बाद देहरादून में भाजपा विधानमंडल दल की बैठक में नये सीएम के नाम का ऐलान करेंगे। इस मौके पर सभी विधायक, सांसद व प्रमुख नेता मौजूद रहेंगे। दावेदारों में सतपाल महाराज अभी दिल्ली में ही डटे हुए हैं। पूर्व प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत के भी दिल्ली में होने की सूचना है। कार्यवाहक सीएम पुष्कर सिंह धामी केंद्रीय नेताओं से मिलने के बाद उत्त्तराखंड लौट आए हैं।