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बेस अस्पताल कोटद्वार क्यों बन गया रेफर सेंटर, कारण बताए विभाग : ऋतु खंडूड़ी भूषण

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-विधानसभा अध्यक्ष ने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को लगाई फटकार
-कहा- अस्पताल की समस्याओं से कराएं अवगत, किया जाएगा निस्तारण
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : विधानसभा अध्यक्ष व कोटद्वार विधायक ऋतु खंडूड़ी भूषण ने बेस अस्पताल कोटद्वार की बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर अधिकारियों को फटकार लगाई। उन्होंने कहा कि अधिकारी कारण बताएं कि क्यों बेस अस्पताल कोटद्वार रेफर सेंटर बनकर रह गया है। उन्होंने अधिकारियों को अस्पताल की सभी समस्याओं से अवगत कराने को कहा, जिससे उनका शीघ्र निस्तारण किया जा सके। यह निर्देश उन्होंने सोमवार को विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान दिए।
लैंसडौन वन प्रभाग के कोटद्वार रेंज के सिद्धबली मंदिर के पास स्थित गेस्ट हाउस में अधिकारियों के साथ बैठक के दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने कोटद्वार विधानसभा क्षेत्र में संचालित विकास कार्यों एवं योजनाओं की समीक्षा के साथ क्षेत्र की मुख्य समस्याओं के बारे में अधिकारियों से जानकारी ली। बैठक में वन, स्वास्थ्य, लघु सिंचाई, पुलिस प्रशासन, श्रम, पेयजल निगम, नगर निगम एवं पशु चिकित्सा विभाग के अधिकारी शामिल हुए। इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने स्वास्थ्य विभाग से बेस हॉस्पिटल की समस्याओं के बारे में जाना। वहीं, वन विभाग के अधिकारियों से जंगली जानवरों से फसलों एवं आमजन के बचाव एवं मुआवजा संबंधित विषय पर जानकारी ली। उद्यान विभाग के अधिकारियों से लोगों को दी जा रही योजनाओं के लाभ के बारे में जानकारी ली। पुलिस प्रशासन से कानून व्यवस्था मजबूत रखने एवं महिलाओं की सुरक्षा के लिए कड़े कदम उठाने की बात कही।
इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष ने विभागीय अधिकारियों से कहा कि निर्माण कार्यों में पूर्ण गुणवत्ता, पारदर्शिता एवं समयबद्धता का विशेष ध्यान रखा जाए। केन्द्र सरकार एवं राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के संचालन को प्रभावी बनाएं। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि सरकार की मंशा अनुरूप जमीनी स्तर पर योजनाएं सुचारू तरीके से चलाई जाएं। उन्होंने कहा कि जनता को सरकार व अधिकारियों से काफी अपेक्षाएं होती हैं, अधिकारियों को उन अपेक्षाओं पर खरा उतरने के लिए कार्य करना चाहिए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि कार्य प्रणाली के सरलीकरण एवं समस्याओं के समाधान की भावना के साथ ही यदि सभी अपने दायित्वों का निर्वहन करेंगे तो जनता में सरकार के प्रति और भी अधिक विश्वास का भाव जागृत होगा। इस अवसर पर पुलिस क्षेत्राधिकारी गणेश लाल कोहली, पुलिस क्षेत्राधिकारी (ऑपरेशन) विभव सैनी, श्रम विभाग के प्रशासनिक अधिकारी कमल कुमार, उद्यान विभाग के उद्यान निरीक्षक भारत सिंह नेगी, स्वास्थ्य विभाग से डॉ. कुमार आदित्य तिवारी, बेस चिकित्सालय से सुनील कुमार भंडारी, प्रभागीय वन अधिकारी कालागढ़ प्रकाश चंद्र आर्य, पशुपालन के अधिकारी डॉक्टर बीएम गुप्ता, कृषि विभाग से सहायक कृषि अधिकारी मुकेश कुमार त्यागी, लघु सिंचाई अधिशासी अभियंता मुकेश दत्त सहित अन्य विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।

अवैध खनन पर लगेगी पूरी रोक
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि अवैध खनन की लगातार शिकायत मिल रही है। अवैध खनन किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इसे लेकर वह उपजिलाधिकारी को सख्त निर्देश दिए जाएंगे।

लोगों को नहीं होगी पेयजल की किल्लत
विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने कहा कि पेयजल विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक में उन्हें पता चला कि कोटद्वार में सबसे ज्यादा समस्या मोटर फुंकने होती है। जिससे लोगों को पेयजल किल्लत से जूझना पड़ता है। उन्होंने अधिकारियों से एक प्रस्ताव बनाने को कहा है, जिसे वह शासन में ले जाएंगी। इस प्रस्ताव के जरिये वह शासन से मोटर के रख-रखाव आदि के लिए बजट की मांग करेंगी।

15 दिन बाद फिर होगी अधिकारियों संग बैठक, पिछली दो बैठकों का लिया जाएगा हिसाब
कोटद्वार : अधिकारियों संग बैठक के बाद विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी भूषण ने पत्रकारों से वार्ता की। इस दौरान उन्होंने कहा कि गत शनिवार व सोमवार दो दिन उन्होंने कोटद्वार विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की। इन बैठकों में उन्होंने कोटद्वार के बेहतर विकास को लेकर रोडमैप बनाने के निर्देश दिए। अब 15 दिन बाद वह फिर से अधिकारियों के साथ बैठक करेंगी और उक्त बैठकों में दिए निर्देशों के संबंध में हिसाब लेंगी।
विधानसभा अध्यक्ष व कोटद्वार विधायक ने कहा कि इन दो दिनों की बैठक में उन्होंने कोटद्वार की समस्याओं और गतिमान विकास कार्यों को बारीकी से समझा। साथ ही अधिकारियों को विकास कार्यों को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोटद्वार के सभी वार्डों में इंटर लॉकिंग रोड बनाई जाएंगी, इसे लेकर दिशा-निर्देश दिए गए हैं। साथ ही मानव-वन्यजीव संघर्ष रोकने के लिए भी वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा जंगली जानवरों के हमले में घायल लोगों को उचित मुआवजा दिए जाने को लेकर भी कहा है।

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