कोटद्वार-पौड़ी

अकेली पड़ चुकी महिलाओं को सहारा देगा महिला आयोग : कुसुम कंडवाल

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-राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने किया कोटद्वार का भ्रमण
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : उत्तराखंड राज्य महिला आयोग समाज में अकेली पड़ चुकी महिलाओं को सहारा देने का काम करेगा। ऐसी महिलाओं को अपने पैरों पर खड़ा करने के लिए आयोग पूरी कोशिश करेगा, इसके लिए तैयारी की जा रही है। यह बात राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने कही।
मंगलवार को पनियाली गेस्ट हाउस में पत्रकारों से वार्ता में राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने कहा कि समाज में कई ऐसी महिलाएं हैं, जिन्हें उनके पति ने तलाक दे दिया है या वह विधवा हो गई हैं। वह अपने मायके वालों के साथ भी नहीं रह रही हैं। ऐसे में वह मजबूरन गलत धंधों में पड़ जाती हैं। ऐसी महिलाओं को गलत धंधों से बाहर निकालने व सहारा देने के लिए महिला आयोग तैयारी कर रहा है। उन्होंने कहा कि वह ऐसी व्यवस्था बनाने का प्रयास कर रही हैं, जिससे महिलाओं को उनके आसपास की फैक्ट्रियों में ही काम मिल जाए। जिससे महिला आर्थिक रूप से सशक्त हो सके और अपने परिवार का भी भरण-पोषण कर सके। इसके अलावा महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने के लिए भी प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि वह अधिकारियों की बैठकें भी ले रही हैं और उन्हें निर्देशित भी कर रही हैं कि सरकार की महिला कल्याण को लेकर चलाई जा रही योजनाएं सिर्फ कागजों में ही सिमट कर न रह जाएं, बल्कि उन्हें धरातल पर उतारने के लिए गंभीरता से कार्य किए जाएं।

महिलाओं के साथ अच्छे से बात करें पुलिस अधिकारी
उत्तराखंड राज्य महिला आयोग की अध्यक्षा कुसुम कंडवाल ने कोटद्वार भ्रमण के दौरान महिला सम्पे्रक्षण गृह, एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग सैल व पुलिस थाने का भी निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने पुलिस अधिकारियों को निर्देशित किया कि थाने में शिकायत लेकर आने वाली महिलाओं के साथ अच्छे से बात करें। उनकी समस्याओं को सुने और प्राथमिकता के आधार पर उसके निस्तारण के लिए प्रयास करें।

स्पा सेंटर के लिए सख्त नियम बनाने को शासन को भेजा प्रस्ताव
महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि उन्होंने टिहरी, हल्द्वानी आदि स्थानों का भी निरीक्षण किया और देखा कि अधिकांश स्पा सेंटरों में नियमों का पालन नहीं किया जा रहा है। वहां मसाज के नाम पर अनैतिक कार्य किए जा रहे हैं। ऐसे स्पा सेंटरों के लिए सख्त गाइडलाइन बनाने को लेकर उन्होंने शासन को प्रस्ताव भेजा है।

सड़क पर घूम रही विक्षिप्त महिलाओं को देंगे सहारा
कोटद्वार समेत विभिन्न शहरों की सड़कों पर घूमने वाली विक्षिप्त महिलाओं को सहारा देने के सवाल पर राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि उनके संज्ञान में यह मामला आया है। इसके लिए वह पूरा प्रयास करेंगी कि ऐसी महिलाओं को नारी निकेतन समेत अन्य स्थानों पर सहारा दिया जा सके।

महिलाओं के लिए शौचालय की व्यवस्था होना जरूरी
महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि सरकारी, निजी स्कूलों समेत शहरों में महिलाओं के लिए शौचालय की उचित व्यवस्था होना जरूरी है। कोटद्वार में महिलाओं के लिए सार्वजनिक शौचालय की उचित व्यवस्था न होने पर उन्होंने चिंता जताई। कहा कि नगर निगम की अध्यक्ष खुद एक महिला हैं, ऐसे में उनकी प्राथमिकता महिलाओं को अधिक से अधिक सुविधाएं उपलब्ध कराना होना चाहिए।

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