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उज्जैन में बना विश्व कीर्तिमान, 18 लाख 82 हजार 229 दीयों से जगमग हुई बाबा महाकाल की नगरी

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मध्य प्रदेश , एजेंसी। उज्जैन में महाशिवरात्रि पर शिव ज्योति अर्पणम के तहत जलाए गए दीयों की ड्रोन के जरिए गिनती पूरी हो चुकी है। कुछ देर बाद परिणाम की घोषणा की जाएगी। माना जा रहा है उज्जैन 21 लाख दीपकों से जगमगाएगा। ऐसा होने पर उज्जैन एक विश्व रिकर्ड अपने नाम करेगा। इस पल के साक्षी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित कई खास और आम नागरिक बनेंगे।
शिव ज्योति अर्पणम के तहत 18 लाख 82 हजार 229 दीये जलाकर वर्ल्ड रिकर्ड बनने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज सब कुछ अलौकिक लग रहा है। आज से विक्रम उत्सव शुभारंभ हो रहा है जो वर्ष प्रतिपदा तक चलेगा। उन्होंने कहा कि महाकाल की पा बरस रही है, चारो तरफ आनंद की वर्षा हो रही है। शिव और शक्ति का मिलन हुआ है आज। शक्ति के बिना काम नहीं चलता। मैं सब में देवी को देखता हूं, लाडली बहना योजना लांच कर रहा हूं अब।
उन्होंने कहा कि उज्जैन वासियों का आज अभिनदंन करता हूं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश तरक्की कर रहा है, आगे बढ़ रहा है। लेकिन मध्य प्रदेश भी किसी से कम नहीं है। महाकाल महाराज की पा मध्य प्रदेश पर बरस रही है। स्वच्छता में भी उज्जैन नंबर वन बने यह जनभागीदारी बनी रहे। आइए हम सब साथ चलें, उज्जैन को आगे ले जाएं और मध्य प्रदेश को आगे ले जाएं। अपने बच्चों का भविष्य और बेहतर बनाएं। उज्जैन में महाकाल लोक की वजह से देश में हमारा नाम हुआ है।
बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन में एक साथ सर्वाधिक दीपक जलाने का विश्व रिकर्ड महाशिवरात्रि पर बन गया। इसके बाद रामघाट पर आतिशबाजी हुई। अयोध्या की तर्ज पर यह कार्यक्रम आयोजित किया गया।
मोक्षदायिनी शिप्रा के घाटों पर भी आज इतिहास रचा गया। यहां एक साथ 18 लाख 82 हजार दीये जलाए गए। वहीं पूरे शहर में 21 लाख दीपक जलाए गए हैं। स्वयंसेवकों ने दीयों में तेल बाती लगाने का काम किया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पत्नी साधना सिंह के साथ 11 दीपक जलाकर शिव ज्योति अर्पणम महोत्सव की शुरूआत की। इसके बाद सायरन बज गया और स्वयंसेवकों ने दीपक जलाना शुरू कर दिया।
यहां गिनीज बुक अफ वर्ल्ड रिकर्ड की पांच सदस्यीय टीम भी मौजूद रही जिन्होंने पांच ड्रोन से निगरानी की। आज केदारेश्वर घाट, सुनहरी घाट, दत्त अखाड़ा घाट, रामघाट और भूखी माता घाट तक लोगों की भीड़ जमा रही। इस अलौकिक और विहंगम नजारे को देखने के लिए सीएम शिवराज सिंह, उनकी पत्नी साधना सिंह और मंत्री मोहन यादव ने नौका विहार किया। इस दौरान आतिशबाजी भी की गई।
सीएम द्वारा पहला दीया जलाने के साथ ही पूरे घाट पर स्वयंसेवकों ने 18 लाख 82 हजार दीए प्रज्जवलित किए। सभी दीपक करीब एक घंटे तक जले। शाम सात बजे घाट क्षेत्र की लाइट बंद कर दी गई। इसके बाद ड्रोन कैमरे से वीडियो शूटिंग की गई। इसके बाद विश्व रिकर्ड की घोषणा हुई। सीएम को विश्व रिकर्ड का प्रमाण पत्र सौंपा गया।
उज्जैन में 18 लाख 82 हजार दीये जलाकर विश्व कीर्तिमान बना लिया है। उज्जैन ने अयोध्या का रिकर्ड तोड़ा है। अयोध्या में पहले 15 लाख 76 हजार दीये जलाए गए थे, उससे आगे निकलकर महाकाल की नगरी ने ये रिकर्ड बनाया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के सामने गिनीज वर्ल्ड रिकर्ड बना। इसका प्रमाण पत्र सीएम शिवराज और उज्जैन महापौर ने लिया है।
शिप्रा तट के रामघाट से दत्त अखाड़ा की ओर जाने वाली छोटी रपट पर लेजर शो और आतिशबाजी शुरू होने वाली है। लेजर शो से भगवान शिव की आराधना की जाएगी। शिप्रा घाट पर 21 लाख से ज्यादा दीए जलाए जाने का दावा किया जा रहा है, लेकिन अभी आधिकारिक गिनती की घोषणा होना बाकी है।
शिव ज्योति अर्पणम में जलाए गए दीयों की ड्रोन के जरिए गिनती पूरी हो चुकी है। कुछ देर बाद परिणाम की घोषणा की जाएगी। अभी शिप्रा घाट पर महाकाल की आरती की जा रही है और भजन गाए जा रहे हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शिप्रा घाट पर पत्नी के साथ दीप प्रज्वलित कर शिव ज्योति अर्पणम की शुरुआत की थी। इससे पहले वे नंदी हल में पहुंचे थे और दर्शन किए थे।
प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शिप्रा घाट पहुंच कर पत्नी के साथ दीप प्रज्वलित किए। इससे पहले वे नंदी हल में पहुंचे थे और दर्शन किए थे। इसके साथ ही शिव ज्योति अर्पणम की शुरुआत हो गई है। आज रात नौ बजे तक दीयों की गिनती यानी कुल कितने दीए जलाए गए इसकी घोषणा की जाएगी। दीयों की गिनती ड्रोन के जरिए की जाएगी।
मध्य प्रदेश की उज्जैन नगरी में महाशिवरात्रि पर आज कुछ घंटों की प्रतीक्षा के बाद उज्जैन 21 लाख दीपकों से जगमगाएगा। ऐसा होने पर उज्जैन एक विश्व रिकर्ड अपने नाम करेगा। इस पल के साक्षी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित कई खास और आम नागरिक बनेंगे। शिव ज्योति अर्पणम नाम से होने वाला यह कार्यक्रम जीरो वेस्ट कार्यक्रम होगा। इसमें उपयोग हर सामग्री को पुनरू उपयोग में लिया जाएगा।

 

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