मजार नहीं, अपने मंदिरों में रखे आस्था: यतेंद्रानंद गिरी
श्री सिद्धबली बाबा वार्षिक अनुष्ठान के तीसरे दिन बोले यतिंद्रानंद गिरी
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: महामंडलेश्वर स्वामी यतिंद्रानंद गिरी ने कहा कि हमें मजारों में नहीं बल्कि अपने धार्मिक स्थलों में आस्था रखनी चाहिए। सनातन धर्म हमें जीवन को बेहतर तरीके से जीने की सीख देता है। मजार के नाम पर केवल हिंदुओं को गुमराह किया जा रहा है। यह संसार केवल हिंदु देवी-देवाताओं के आशीर्वाद से चलता है।
कोटद्वार में चल रहे श्री सिद्धबली बाबा वार्षिक अनुष्ठान के तीसरे दिन भजन संध्या के शुभारंभ पर स्वामी यतिंद्रानंद गिरी ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि विश्व में सनातन से बढ़कर कुछ भी नहीं है। उत्तराखंड को देवभूमि कहा जाता है। यहां के लोग भाग्यशाली हैं जो देवाताओं के साथ रहते हैं। कहा कि श्री सिद्धबली मंदिर उत्तराखंड का पांचवा धाम है। यहां सच्चे मन से आने वाले सभी भक्तों की मनोकामनाएं हनुमान जी पूर्ण करते हैं। हनुमान जी बल, बुद्धि, विद्या व धन-धान्य देने वाले हैं। कहा कि आज हमारे हिंदु अपने धर्म के पथ से भटक रहे हैं। कुछ लोग हिंदुओं को भटकाने के लिए उन्हें मजार में चादर चढ़ाने की सीख दे रहे हैं। लेकिन, हकीकत यह है कि वह स्वयं भी उन मजारों को नहीं मानते। विधायक दिलीप रावत ने कहा कि आज युवा वर्ग अपने धर्म के प्रति सचेत हो गया है। हर धार्मिक कार्यक्रमों में युवाओं की भागिदारी बढ़ रही है। इस मौके पर मंदिर समिति के अध्यक्ष डा.जेपी ध्यानी, संरक्षक अनिल कंसल, महासचिव उमेश त्रिपाठी, सुमन कोटनाला, विवेक अग्रवाल, प्रमोद रावत आदि मौजूद रहे।