जहर देकर पेड़ों को सुखाने वालों पर होगी कार्रवाई, सूखे पेड़ काटने की इजाजत देने से पहले उसके सूखने के कारणों की जांच जरूर करें : डीएफओ
हल्द्वानी। पेड़ों को काटने के लिए जहर देकर सुखाने के मामले को वन विभाग ने गंभीरता से लिया है। मामले में प्रमुख वन संरक्षक ने सभी डीएफओ को आदेश जारी किए हैं। इसमें कहा गया है कि सूखे पेड़ काटने की इजाजत देने से पहले उसके सूखने के कारणों की जांच जरूर करें। वन विभाग से निजी जमीन पर उगे पेड़ों का काटने के लिए अनुमति लेना कठिन काम है। इसके लिए लोगों ने इसका दूसरा रास्ता निकाला है। इसमें लोग हरे पेड़ को जहर देकर या दूसरे तरीके से सुखा दे रहे हैं। वन विभाग से सूखे पेड़ काटने की अनुमति लेना आसान है। पेड़ों को सूखा कर काटने की अनुमति लेने के कई मामले भी वन विभाग के सामने आ चुके हैं। इसे वन अधिकारियों ने गंभीरता से लिया है। मामले में पीसीसीएफ ने सभी डीएफओ को आदेश जारी किए हैं। इसमें सूखे पेड़ के आसपास की मिट्टी की जांच के साथ पेड़ की जांच करने को कहा है। इसके बाद ही पेड़ काटने की अनुमति दी जाए। दो तरीकों से सुखाए जा रहे पेड़ – पेड़ों की छाल छीलकर। – जड़ों में केमिकल डालकर।
ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जिसमें पहले पेड़ को जहर देकर या दूसरे तरीके से सुखाया जा रहा है। इसके बाद उसकी कटान अनुमति ली जा रही है। इस मामले में डीएफओ से पेड़ सूखने के कारणों का पूरा पता करने के बाद ही काटने की इजाजत देने को कहा है। पेड़ सुखाया गया है तो अनुमति लेने वाले पर कार्रवाई को कहा गया है। – जयराज, प्रमुख वन संरक्षक, वन विभाग उत्तराखंड