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चारधाम यात्रा 2021: तीन दिन बाद भी नहीं खुल सका बदरीनाथ हाईवे, 3000 तीर्थयात्री फंसे

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जोशीमठ । बदरीनाथ हाईवे तीसरे दिन भी सुचारू नहीं हो पाया। बुधवार को भी दिनभर हाईवे को खोलने का काम जारी रहा। बदरीनाथ हाईवे को गौचर से विष्णुप्रयाग तक सुचारू किया जा चुका है। जबकि विष्णुप्रयाग से बैनाकुली तक जगह-जगह हाईवे बाधित है। टैय्या पुल, बैनाकुली, हनुमान चट्टी और रड़ांग बैंड पर हाईवे पर भारी मात्रा में मलबा और बोल्डर आए हुए हैं।
बीआरओ (सीमा सड़क संगठन) ने सात जेसीबी मशीनों और सौ से अधिक मजदूरों को हाईवे खोलने के काम में लगाया है। हाईवे अवरुद्घ होने से जोशीमठ, गोविंदघाट, पांडुकेश्वर और बदरीनाथ धाम में करीब तीन हजार यात्री फंसे हुए हैं।
चमोली के जिलाधिकारी हिमांशु खुराना ने बताया कि बृहस्पतिवार को सुबह तक हाईवे को सुचारू कर दिया जाएगा। बीआरओ के कमांडर कर्नल मनीष कपिल ने बताया कि टैय्या पुल नामक स्थान पर पहाड़ी से भारी मात्रा में बोल्डर और मलबा हाईवे पर आ गया है। दो मशीनें इसे हटाने में लगी हुई हैं। साथ ही अन्य जगहों पर भी हाईवे बाधित है।
जिलाधिकारी हिमांशु खुराना और पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चौहान ने बुधवार को बदरीनाथ हाईवे का निरीक्षण कर हालात का जायजा लिया। जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि यात्रामार्ग को सुचारू होने तक तीर्थयात्रियों को सुरक्षित स्थानों पर ही ठहराया जाए और भोजन, पानी की व्यवस्था की जाए। इस मौके पर एसडीएम कुमकुम जोशी और बीआरओ के अधिकारी मौजूद थे।
यात्रियों का कहना है कि भगवान के दर तक पहुंचकर बिना दर्शन वापस लौटना पड़ रहा है, इससे बड़ा दुर्भाग्य और क्या हो सकता है। हाईवे बंद होने के कारण चार दिन से जोशीमठ में फंसी लखनऊ निवासी महिला तीर्थयात्री अपनी पीड़ा बयां करते हुए रो पड़ीं। उन्हीं की तरह तीन-चार दिन से जोशीमठ और पीपलकोटी में रुके तीर्थयात्री बदरीनाथ हाईवे न खुलने पर मायूस लौट गए।
वहीं, तीर्थयात्रियों का कहना है कि पुलिस प्रशासन की ओर से उन्हें हाईवे की सही जानकारी नहीं दी जा रही है। होटलों में मनमाना किराया वसूला जा रहा है। जोशीमठ और पांडुकेश्वर में छोटे कमरे के भी दो से तीन हजार रुपये लिए जा रहे हैं। लखनऊ की एक महिला तीर्थयात्री जोशीमठ में रोती बिलखती रही। महिला ने बताया कि वह चार दिन से जोशीमठ में है। वे पहली बार बदरीनाथ धाम के दर्शन के लिए परिवार के साथ पहुंची थी। लेकिन रास्ता बंद होने के कारण उन्हें बिना दर्शन ही लौटना पड़ रहा है।
तीर्थयात्री संजय अग्रवाल ने कहा कि चार दिन से पांडुकेश्वर में फंसे हुए हैं। यहां दो दिनों से बिजली भी नहीं है। होटल में एक छोटे कमरे के तीन हजार रुपये लिए गए। अब पैसा भी खत्म हो गया है। हाईवे बंद होने के कारण अब वे वापस लौट रहे हैं। पीपलकोटी में रुके एक तीर्थयात्री ने बताया कि उनके साथ दस लोग बदरीनाथ धाम के लिए 17 अक्तूबर कोाषिकेश से निकले थे। दो दिन पीपलकोटी में रहे और एक दिन जोशीमठ में हो गया है।

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